IMD Weather: भीषण गर्मी और लू का प्रकोप झेल रहे उत्‍तर भारत के कुछ हिस्‍सों में थोड़ी राहत मिली है. देश की राजधानी दिल्‍ली में बुधवार को अधिकतम तापमान तो 44 डिग्री तक पहुंचा, लेकिन रात के समय दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में तेज हवाएं चलने और हल्‍की बारिश होने से गर्मी से थोड़ी राहत मिली. मौसम विभाग के अनुसार दिल्‍ली, हिमाचल, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्‍तराखंड, पंजाब, जम्‍मू कश्‍मीर आदि उत्‍तर पश्चिम भारत में अगले 3 से 4 दिनों तक धूलभरी आंधी चलने और बारिश होने के आसार हैं. हालांकि ये राहत अस्‍थायी है. आने वाले दिनों में गर्मी फिर से जोर पकड़ना शुरू करेगी.

दिल्‍ली में आज और कल बारिश की संभावना

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्‍ली की बात करें तो यहां आज अधिकतम तापमान में आज गिरावट रहने की संभावना है. अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक जा सकता है. दिन में आंशिक बादल छाए रहेंगे. शाम के समय धूलभरी आंधी और हल्‍की बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं शुक्रवार को भी हल्‍की बारिश की संभावना है. इस बीच अधिकतम तापमान 43 डिग्री रह सकता है. न्‍यूनतम तापमान 30 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है. हालांकि शनिवार से गर्मी फिर से जोर पकड़ना शुरू करेगी और आने वाले दिनों में तापमान फिर से 45 डिग्री तक पहुंचने की उम्‍मीद है. 

कई राज्‍यों के लिए हीट वेव का अलर्ट जारी

देश के तमाम हिस्‍सों में अब भी गर्मी का प्रकोप जारी है. देशभर में सबसे ज्यादा तापमान यूपी के फतेहपुर में दर्ज किया गया, जो 46.2 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं मध्‍य प्रदेश के रीवा में तापमान 45.6 डिग्री और रोहतक में 45.3 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने आज 6 जून को कुछ जगहों के लिए हीटवेव का अलर्ट भी जारी किया है. IMD के अनुसार उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति होने की संभावना है.

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने की समीक्षा बैठक

भीषण गर्मी में आग की घटनाएं भी बढ़ती हैं. ऐसे में अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं को रोकने के उपायों और हीटवेव की तैयारियों को लेकर केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने भी राज्यों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बीच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया गया कि वे हीट स्ट्रोक रूम, ओआरएस कॉर्नर सुनिश्चित करने और आईएचआईपी के जरिए निगरानी को मजबूत करने के लिए अनुवर्ती समीक्षा करें. राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सभी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में अग्नि और विद्युत सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना चाहिए.