भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी को छोड़ दी है. वे अब चुनाव नहीं लड़ेंगे. विवेक रामास्वामी ने सोमवार को राष्ट्रपति पद की रेस से हटने का एलान किया. भारतीय समय के अनुसार मंगलवार सुबह अमेरिकी राज्य आयोवा में वो रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवारी का चुनाव हार गए. 

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राष्‍ट्रपति की रेस से बाहर निकलते समय विवेक रामास्‍वामी ने कहा कि मेरे लिए अब कोई और रास्‍ता नहीं बचा है, इसलिए अब में अपना कैंपेन खत्‍म कर रहा हूं. इस बीच विवेक रामास्‍वामी ने डोनाल्‍ड ट्रंप का समर्थन करने की बात कही है. बता दें कि 15 जनवरी को रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के लिए पहली कॉकस का आयोजन हुआ था. यह कॉकस आयोवा में हुई थी और इसमें डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है.

क्‍यों चर्चा में आए विवेक रामास्‍वामी

फरवरी 2023 में अपनी उम्मीदवारी के एलान के बाद विवेक रामास्वामी ने रिपब्लिकन मतदाताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा था. हाल में विवेक रामास्वामी अपने एक बयान से काफी चर्चा में आए थे. उन्‍होंने कहा था कि अगर वे देश के राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वे अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेज देंगे. उन्होंने कहा था कि अमेरिका में जो भी गैर कानूनी तरीके से रह रहा है, उसके मामले में किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी. हम न सिर्फ उन प्रवासियों को उनके देश भेजेंगे, बल्कि उनके बच्‍चों की नागरिकता को भी खत्‍म करेंगे.

ट्रंप ने बताया फ्रॉड

बता दें कि आयोवा राज्य में उम्मीदवारी के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने विवेक रामास्वामी पर जमकर निशाना साधा था. उन्‍होंने विवेक रामास्‍वामी को फ्रॉड और ठग कह दिया था. साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों को रामास्वामी का साथ देने के खिलाफ भी चेता‍वनी देते हुए कहा था कि अगर आप विवेक रामास्‍वामी को वोट देते हैं, तो ये विपक्षी पार्टी को वोट देने जैसा होगा. बता दें कि विवेक रामास्‍वामी के इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी से हटने के बाद अब इस रेस में सिर्फ तीन लोग ही बचे हैं. इसमें डोनाल्ड ट्रंप के अलावा निक्की हेली और  रॉन डी-सेंटिस का नाम शामिल है.