जब लोग एक जैसे रुटीन से बोर हो जाते हैं, स्‍ट्रेस में होते हैं तो अक्‍सर उन्‍हें सलाह दी जाती है कि कहीं घूम आओ. ऐसा इसलिए क्‍योंकि घूमने से मूड बेहतर होता है. लेकिन क्‍या आपको पता है कि घूमने से सिर्फ आप अच्‍छा महसूस ही नहीं करते, बल्कि इससे आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर भी काफी असर पड़ता है. घूमने से आपकी तमाम बीमारियों का रिस्‍क कम हो जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

डिप्रेशन का जोखिम कम होता

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कई रिसर्च बताती हैं कि घूमना-फिरना एक तरह से स्‍ट्रेस बस्‍ट का काम करता है. इससे आपका तनाव दूर होता है. आप खुश होते हैं. तनाव को डिप्रेशन का बड़ा कारण माना जाता है. अगर आपका तनाव कम होगा तो डिप्रेशन भी नहीं होगा और आप खुद में कॉन्फिडेंट महसूस करेंगे.

क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी बढ़ती है

घूमने से आपका दिमाग फ्रेश होता है और पॉजिटिव सोच के साथ आगे बढ़ता है. आप तरह-तरह की जगहों को एक्‍सप्‍लोर करते हैं, इससे तमाम तरह के आइडियाज आते हैं. इससे व्‍यक्ति का दिमाग और अच्‍छी तरह से काम करता है. इससे क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी बढ़ती है.

हार्ट डिजीज का रिस्‍क होता कम

यूएस ट्रैवल एसोसिएशन की एक रिसर्च बताती है कि अगर साल में दो वेकेशन प्‍लान किया जाए तो इससे हार्ट अटैक का खतरा काफी कम हो जाता है. वहीं जो लोग छुट्टियां नहीं लेते हैं, उनमें ये रिस्‍क 30 फीसदी तक बढ़ जाता है. घूमने से आपका मन शांत होता है, स्‍ट्रेस दूर होता है और आप खुश रहते हैं, इससे आपके हार्ट डिजीज का जोखिम कम हो जाता है.

शरीर रहता है फिट

जो लोग घूमते रहते हैं, वे तमाम जगहों पर घूमते हुए कई तरह के लोगों से मिलते हैं, वहां की संस्‍कृतियों को जानते हैं. इससे उनके अंदर एक नई ऊर्जा पैदा होती है और सकारात्‍मकता आ जाती है. इसके अलावा घूमने के दौरान लोग काफी चलते फिरते हैं, तमाम एक्टिविटीज वगैरह करते हैं. इससे उनका शरीर भी काफी फिट रहता है.