होली की छुट्टियों में इन ऑफबीट जगहों पर घूमने का करें प्लान, बजट में होगी ट्रिप, जानें डीटेल
होली की छुट्टियों में अगर आप कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो मथुरा-वृंदावन की ऑफबीट जगहों पर घूमने जा सकते हैं. यह त्योहार देशभर में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है.
Best Place for Holi Celebration: होली की छुट्टियों में अगर आप कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो मथुरा-वृंदावन की ऑफबीट जगहों पर घूमने जा सकते हैं. होली देशभर में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. होली के मौके पर पर आपको लॉन्ग वीकेंड में घूमने का मौका मिलेगा. भारत के कई राज्यों में काफी धूमधाम से होली मनाई जाती है. तो चलिए आपको बताते हैं होली सेलिब्रेशन के लिए बेस्ट जगह.
भारत में इन जगहों की होली होती है बेस्ट मथुरा-मथुरा-वृंदावन की होली पूरी दुनिया में फेमस है. यहां देश-विदेश से लोग होली मनाने आते हैं. यहां फूलों से होली खेली जाती है और यह उत्सव एक सप्ताह तक मनाया जाता है. बरसाना- बरसाना में लट्ठमार होली खेली जाती है. लोग एक दूसरे को यहां लट्ठ से मारते हैं और एक दूसरे पर रंग फेंकते हैं. यह होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है. उदयपुर- राजस्थान में होली काफी शाही अंदाज में मनाया जाता है. अगर आपने राजस्थान की होली नहीं देखी है तो आप उदयपुर जा सकते हैं. हम्पी- यह त्योहार दक्षिण भारत में काफी खूब धूमधाम से मनाया जाता है. यहां होली के दिन तरह-तरह के जुलूस निकाला जाते हैं. लोग नाचते गाते एक दूसरे पर रंग लगाते हैं. यहां के लोग शाम के समय तुंगभद्रा नदी और उसकी सहायक नदियों के किनारों पर इकट्ठा होते हैं. इंदौर- इंदौर में होली को देवताओं की होली भी कहा जाता है. देवताओं की होली, होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है. पश्चिम बंगाल- यहां के लोग फूलों की होली खेलना ज्यादा पसंद करते हैं. इसके साथ-साथ कई जगहों पर रंगों की होली भी खेली जाती है. पुष्कर- पुष्कर में होली सेलिब्रेशन के लिए दुनिया भर के लोग आते हैं. यहां होली के समय एक मेला भी लगता है. क्या होली सभी देशों में मनाई जाती है? रंगों का त्योहार भारत और नेपाल में भी मनाया जाता है. यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहां भी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इन ऑफबीट जगहों का करें प्लानरमणरेती- इस जगह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि भगवान कृष्ण अपने मित्रों के साथ यहां रमण यानि लोट लगाते थे.
गोकुल का चौरासी खंबा- इस जगह पर श्री कृष्ण का बचपन बीता था. ऐसी मान्यता है कि यहां दर्शन करने से 4 धामों का पुण्य मिल जाता है. दाऊजी (बलदेव) मंदिर- ये भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलदाऊ जी का मंदिर है. यह मंदिर मथुरा से 20 किलोमीटर दूर है. निधिवन- निधिवन को लेकर ऐसा कहा जाता है कि यहां भगवान श्रीकृष्ण राधा और गोपियों के साथ रात में रास रचाते हैं. बरसाना- बरसाना में पहाड़ों के ऊपर राधा रानी का मंदिर है. राधा अष्टमी के मौके पर यहां काफी भीड़ होती है. कितना आएगा खर्चअगर आप मथुरा-वृंदावन घूमने जा रहे हैं तो यहां दो दिन घूमने के लिए आपको 5 से 7 हजार का खर्च आएगा.