भारत में, कहावत "अतिथि देवो भव", जिसका अनुवाद "अतिथि भगवान है" है, यह कहावत आतिथ्य के महत्व पर प्रकाश डालती है. इस दर्शन और यात्रा क्षेत्र में बढ़ती संभावनाओं से प्रेरित होकर, होमस्टे यात्रियों और मेजबानों दोनों के लिए तेजी से पसंदीदा हो गए हैं. शांत नदियों और मनमोहक समुद्र तटों वाले अपने विविध भूभाग के लिए प्रसिद्ध गोवा में, समकालीन यात्रियों की बदलती मांगों को पूरा करने के लिए होमस्टे की अवधारणा विकसित हो रही है. गोवा पर्यटन विभाग होमस्टे नीति को कर रहा नेतृत्व गोवा सरकार का पर्यटन विभाग "होमस्टे और बी एंड बी नीति"( बेड और ब्रेकफ़ास्ट) को लागू करके इस परिवर्तन का नेतृत्व कर रहा है, जिसे बेड और ब्रेकफ़ास्ट नीति के रूप में भी जाना जाता है. इस पहल का उद्देश्य गोवा के भीतरी इलाकों को प्रदर्शित करना, इसके प्रसिद्ध समुद्र तटों को पूरक बनाना और कम फेमस जगहों को उजागर करना है. गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन अ.खंवटे ने कहा, “होमस्टे राज्य के छिपे हुए खजाने को उजागर करने के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है. प्रामाणिक परंपराओं और संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा पर्यटकों को तटीय क्षेत्रों से परे उद्यम करने के लिए प्रोत्साहित करना, सांस्कृतिक विसर्जन और गोवा के भीतरी इलाकों की खोज को बढ़ावा देता है. गोवा पर्यटन 2.0 का दृष्टिकोण मात्रा से अधिक गुणवत्ता को प्राथमिकता देता है और जिम्मेदार और प्रथाओं की वकालत करता है जो प्रकृति का सम्मान करते हैं और स्थानीय संस्कृति को बनाए रखते है. इस दृष्टिकोण का उद्देश्य पर्यटकों को गोवा की प्रामाणिक परंपराओं और संस्कृति में बढावा देना है. होमस्टे लोगों को स्थानीय संस्कृति, परंपराओं, त्योहारों, व्यंजनों का अनुभव प्रदान करेगा. होमस्टे नीति 'समुद्र तटों से परे गोवा' की नई दृष्टि के अनुरूप है, जो पर्यटकों को तटीय क्षेत्रों से परे उद्यम करने और भीतरी इलाकों में खुद को विसर्जित करने में सक्षम बनाती है. बिजनेस की बजाय संरक्षण पर दिया जाएगा ज्यादा ध्यान गोवा पर्यटन बोर्ड के विषय विशेषज्ञ (इको-पर्यटन और वन्यजीव) सदस्य पराग अजीत रांगणेकर ने बताया कि उनकी स्थापना का उद्देश्य बिजनेस की बजाय संरक्षण पर ध्यान देने और गोवा में होम स्टे पेशकश के साथ आंतरिक पर्यटन के लिए एक दृष्टिकोण प्रदर्शित करना है. होमस्टे किफायती मूल्य पर गोवा के प्रामाणिक सार का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं, जिसमें स्वादिष्ट घर का बना स्थानीय व्यंजन और स्थानीय लोगों की जीवनशैली की झलक मिलती है. स्थान के आधार पर, मेज़बानों ने आपके प्रवास को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की हैं. गोवा में ठहरने के लिए बेस्ट होमस्टे अगर आप गोवा जा रहे हैं तो वहां के सुरला में जंगल ट्रेल्स होमस्टे, ओलाउलिम में विला वायु, बेनौलीम में ब्लेज़ होम्स गोवा, पिलेर्न में धृतिस होमस्टे, असगाओ में ला फ्रेस्को, ओल्ड मार्केट मडगांव में नित्यानंद रेजीडेंसी, कलंगुट में ओशन व्यू, पिलेर्न में सेवन डोर हाउस, वागटोर में तत्व हॉस्पिटैलिटी में ठहरने का प्लान कर सकते हैं.  मार्सेल में बोगेनविलिया स्टे और कई अन्य आवास उपलब्ध हैं. गोवा में घूमने की बेस्ट जगह गोवा कई खूबसूरत झरनों और झीलों के लिए भी जाना जाता है. यहां के बैक वॉटर चैनल भी अपनी खूबसूरती के लिए काफी प्रसिद्ध हैं. गोवा का दूधसागर झरना सैलानियों की खास पसंद है. गोवा के कई इलाकों में किस्म-किस्म के मसालों की खेती होती है. घूमने के लिए गोवा में अंजुना बीच, मोरजिम बीच, वागाटोर बीच, अरामबोल बीच, अश्वेम बीच, पालोलेम बीच, सिंक्वेरिम बीच, मोबोर बीच, अगोंडा बीच, कोलवा बीच और कई अन्य समुद्र तट हैं.   गोवा कौन से महीने में घूमने जाना चाहिए? गोवा घूमने के लिए सबसे सस्ता और अच्छा महीना सितंबर और अक्टूबर माना गया है. इस समय देश-विदेशों के पर्यटकों की भारी भीड़ गोवा में उमड़ती है. गोवा में सबसे सस्ता क्या मिलता है? गोवा में काजू सस्ता मिलता है. गोवा में सबसे ज्यादा क्या खाया जाता है? गोवा के सबसे प्रमुख जायके मसालेदार, खट्टा और मीठा हैं. चावल और मछली कढ़ी गोवा के ज्यादातर लोगों का मुख्य भोजन है. गोवा जाने में कितना खर्चा आ जाएगा? अगर आप गोवा जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको बता दें, इस पैकेज के लिए एक व्यक्ति का खर्च 3000 रुपए आएगा और दो व्यक्ति एक साथ घूमने के लिए जाते हैं तो उन्हें करीबन 40 हजार रुपए खर्च होंगे.