Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा मई महीने से शुरू होने वाली है, जिसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है. इस बार भी चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी. इतना ही नहीं, इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए 11 भाषाओं में एसओपी जारी की जाएगी. जगह-जगह तीर्थयात्रियों की होगी जांच प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर. राजेश कुमार के बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान मार्ग पर जगह-जगह तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच का प्रबंध किया जा रहा है. इस बार शुरुआती चरण से तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस रखा जाएगा. चारधाम यात्रा रूट पर हेल्थ पॉइंट पर मरीजों के स्वास्थ्य की गहनता से जांच होगी. उसके बाद उन्हें आगे जाने दिया जाएगा. मौसम के अनुकूल यात्रा की दी गई सलाह प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने यात्रियों से अपील की कि देवभूमि में आपका स्वागत है, लेकिन यात्रा से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करा लें. उन्होंने कहा कि दिल और ब्लड प्रेशर के मरीजों के साथ ही गर्भवती महिलाएं भी अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा कर ही यात्रा करें. विभाग यात्रियों का स्वास्थ्य रिकार्ड रखेगा. यदि तीर्थयात्री को कहीं भी कोई असुविधा होती है तो वह अपनी जांच करा लें. मौसम के अनुकूल होने पर ही यात्रा करें. 11 भाषाओं में जारी होगी गाइडलाइन स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि चारधाम यात्रा में विदेशों के साथ ही देश के तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि उनके लोकल भाषा में स्वास्थ्य गाइडलाइन न होने के चलते कई बार श्रद्धालुओं को गाइडलाइन समझने में दिक्कत होती हैं. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल एक बड़ा पहल करते हुए हिंदी-अंग्रेजी के अलावा 9 अन्य भाषाओं में एसओपी जारी की थी. इस बार भी ऐसा ही होगा. कुल 11 भाषाओं में एसओपी जारी होगी, जिससे अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी भाषा में स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन और जानकारी मिल सकेगी. इससे उन्हें गाइडलाइन पूरी तरह से भी समझ आ जाएगा. लोकल भाषा में भी अपलोड होगी एसओपी स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अन्य भाषाओं - बांग्‍ला, गुजराती, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, मराठी और उड़िया में भी एसओपी जारी की जाएगी. इससे श्रद्धालु अपने लोकल भाषा में हेल्थ एसओपी को पढ़ पाएंगे. यह श्रद्धालुओं तक सुलभ तरीके से भी पहुंच पाएं, इसके लिए सभी जिलों के जिलाधिकारियों और सीएमओ को भी भेजा जाएगा, ताकि तमाम भाषाओं में हेल्थ एसओपी चारधाम की वेबसाइट के साथ ही अन्य जगहों पर भी अपलोड होगी.