तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी के मंदिर में भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर से भक्‍त दर्शन के लिए आते हैं. इसके कारण कई बार भीड़ को नियंत्रित कर पाना भी मुश्किल हो जाता है. कई बार तो ये भीड़ तंग गलियों तक पहुंच जाती है. वहीं अब जन्‍माष्‍टमी भी करीब है. ऐसे में भीड़ के और ज्‍यादा बढ़ने की संभावना है. इन स्थितियों को देखते हुए पुलिस, प्रशासन और सेवायतों की बैठक की गई और इसमें बांके बिहारी के दर्शन के लिए ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराने का फैसला किया गया है. 

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हालांकि इस पर अंतिम मुहर लगना अभी बाकी है. नियम लागू होने के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन से पहले रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी होगा. वहीं स्थानीय लोग पहचान पत्र दिखाकर बिना रजिस्ट्रेशन के दर्शन कर सकते हैं. इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरती के दर्शन लाइव कराने की व्यवस्था पर सहमति बनी है.

दुनियाभर से दर्शन के लिए आते हैं भक्‍त

बता दें कि बांके बिहारी के देश-दुनिया में भक्‍त हैं और ये मंदिर वृंदावन की तंग गलियों में बना है. ऐसे में जब दुनियाभर के भक्‍त मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं, तो कई बार भीड़ को नियंत्रित करना भी मुश्किल हो जाता है. कई बार धक्‍का-मुक्‍की हो जाती है और इसमें तमाम लोगों घुटन होने लगती है और उनकी हालत बिगड़ जाती है. ऐसे में दर्शन को सहज और सुरक्षित बनाने के लिए ये रास्‍ता निकाला गया है.

दर्शन के लिए सबसे अच्‍छा समय

वैसे तो श्रद्धालु बांके बिहारी में दर्शन के लिए कभी भी जा सकते हैं, लेकिन सर्दियों का समय यहां जाने के लिए ज्‍यादा बेहतर है. गर्मी और उमस के दिनों में तंग गलियों के बीच भीड़भाड़ कई तरह की परेशानियां पैदा कर सकती है. इसलिए बेहतर है कि आप अक्‍टूबर से मार्च के बीच जाएं.

मंदिर तक कैसे पहुंचें

आप अगर दिल्‍ली या आसपास से आए हैं तो अपनी कार से सीधे वृंदावन पहुंच सकते हैं. वहीं बाहर के लोग दिल्‍ली आने के बाद वृंदावन के लिए टैक्‍सी ले सकते हैं या बस से मथुरा तक पहुंच सकते हैं  मथुरा से वृंदावन के लिए कई किराए वाली टैक्सियां चलती हैं, साथ ही आप ऑटो रिक्शा भी ले सकते हैं. बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए किसी तरह का शुल्‍क नहीं लिया जाता है.

 

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