Summer Solstice 2023: आज पूरा देश जहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga day) मना रहा है. वहीं दूसरी तरफ ध्यान देने वाली बात ये है कि आज का दिन साल का सबसे लंबा दिन है. कभी दिन छोटा होते हैं तो कभी रात छोटी होती है. इसी तरह 21 जून यानि आज का दिन साल का सबसे लंबा दिन बताया गया है. इस दिन 12 घंटे की जगह 14 घंटे का दिन होता है. लेकिन क्या आप इसके पीछे की सच्चाई जानते हैं कि क्यों आज का दिन इतना बड़ा होता है. 

क्यों होता है आज का दिन इतना बड़ा 

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सूरज की किरणें पृथ्वी पर लगभग 15 से 16 घंटे तक रहती है. इसलिए आज के दिन को सबसे बड़ा दिन कहा जाता है. इसे सोल्सटाइस भी कहते हैं. सोल्सटाइस का मतलब है सूरज अभी भी खड़ा है. 21 सितंबर आते-आते दिन और रात एक बराबर हो जाते हैं. इसके बाद 21 सितंबर से रात लंबी होने का सिलसिला बढ़ने लगता है. ये प्रक्रिया 23 सितंबर तक होती है. 

कितने घंटे होंगे पूरे?

दरअसल सामान्य दिनों में जब दिन और रात बराबर होते हैं तो ये 12-12 घंटे के होते हैं. 21 सितंबर के बाद ही रातें छोटी होने लगती हैं और दिन बड़े. दिल्ली में आज का दिन 13 घंटे 58 मिनट का होगा. 21 जून को दिल्ली और उत्तर भारत में सूर्योदय 5 बजकर 23 मिनट पर हुआ है और सूर्यास्त 7 बजकर 21 मिनट पर होगा. 

कब होने लगते हैं दिन लंबे?

पृथ्वी सूरज के चारों ओर जब चक्कर लगा रही होती है, तब मार्च से सितंबर के बीच पृथ्वी के उत्ती गोलार्ध यानि नॉर्थ हेमिस्फेयर के हिस्से को सूरज की सीधी किरणों का सामना करना पड़ता है. तब जाकर लंबा दिन होते हैं. 

क्या पहले दिन 24 के बजाय 25 घंटे का होता था?

कब ऊर्जा होने की वजह से पृथ्वी धीमी गति में चक्कर में लगाती है. ऐसे में दिन लंबे होने लगते हैं. हर सदी में दिन 3 मिलीसेकेंड से बढ़ जाता है. 

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