IPL Retain, Release Rules: कितने प्लेयर को रिटेन या रिलीज कर सकती है आईपीएल फ्रेंचाइजी, नीलामी से पहले जानिए सभी नियम
IPL Retained Players, Released Players Rules and Regulation:आईपीएल 2024 के लिए प्लेयर को रिलीज, रिटेन और ट्रेड करने के लिए 26 नवंबर आखिरी दिन है. जानिए क्या है आईपीएल के रिलीज, रिटेन प्लेयर के नियम.
IPL Retained Players, Released Players Rules and Regulation: आईपीएल 2024 सीजन की नीलामी के कुछ ही दिन रह गए हैं. इससे पहले 26 नवंबर तक रिटेन और रिलीज प्लेयर की लिस्ट जारी करनी है. रिटेंशन प्लेयर वे प्लेयर होते हैं, जिन्हें फ्रेंचाइजी इस सीजन भी अपने पास ही रखती है. वहीं, रिलीज खिलाड़ी वह होते हैं, जिन्हें निलामी के लिए टीम से रिलीज कर दिया गया है. जानिए क्या होते हैं रिटेन्ड प्लेयर की लिस्ट और फ्रेंचाइजी द्वारा खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए क्या हैं नियम.
IPL Retained Players, Released Players Rules and Regulation: पूरी टीम को रिटेन कर सकती है फ्रेंचाइजी, रिटेंशन प्लेयर के नियम
आईपीएल के रिटेंशन नियमों के मुताबिक हर फ्रेंचाइजी के पास ये अधिकार है कि वह पूरी टीम को रिटेन कर लें. साथ ही मिनी ऑक्शन से पहले कोई भी बदलाव न करें. हालांकि, मेगा ऑक्शन से पहले एक टीम अधिकतम चार प्लेयर को रिटेन कर सकती है. वहीं, कोई भी टीम तीन भारतीय प्लेयर और दो ओवरसीज प्लेयर से ज्यादा रिटेन नहीं कर सकती है. इसके अलावा दो अनकैप्ड प्लेयर को ही रिटेन किया जा सकता है.
IPL Retained Players, Released Players Rules and Regulation: क्या होते हैं खिलाड़ी को रिलीज करने के नियम
रिटेन के साथ रिलीज खिलाड़ियों की लिस्ट भी जारी करनी होती है. आईपीएल फ्रेंचाइजी मेगा और मिनी ऑक्शन से पहले कितने भी प्लेयर को रिलीज कर सकती है. हालांकि, कोई भी फ्रेंचाइजी अपने आइकॉन प्लेयर ट्रेड डील में नहीं ट्रांसफर कर सकती है. गौरतलब है कि आइकॉन प्लेयर टीम कप्तान से अलग होता है. टीम के कप्तान को ट्रेड किया जा सकता है. इसका ताजा उदाहरण हार्दिक पांड्या हैं, जिन्हें गुजरात टाइटंस से मुंबई इंडियन्स में ट्रेड किया जा सकता है.
IPL Retained Players, Released Players Rules and Regulation: फ्रेंचाइजी बढ़ा सकती है पर्स, जानिए इसके नियम
आईपीएल फ्रेंचाइजी अपने पर्स को इस साल बढ़ा सकती है. यदि पिछले ऑक्शन से उसके पास पैसे बचे हैं. साथ ही प्लेयर को रिलीज कर भी अपने पर्स को बढ़ा सकते हैं. उदाहरण के तौर पर यदि किसी फ्रेंचाइजी के पर्स में 1.50 करोड़ रुपए बचे हैं यदि वह किसी प्लेयर को रिलीज करते हैं, जिसकी कीमत पांच करोड़ रुपए है. ऐसे में उस फ्रेंचाइजी के पर्स में ऑक्शन से पहले अब 6.50 करोड़ रुपए होंगे.