IPL Auctions 2024: नीलामी के बाद प्लेयर्स को कैसे मिलते हैं पैसे, कितनी कटता है टैक्स, जानिए हर एक बात
IPL Auction 2024: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी में कुल 10 फ्रेंचाइजी ने कुल 232.40 करोड़ रुपए खर्च कर 72 खिलाड़ियों को खरीदा. जानिए कैसे मिलती है आईपीएल में खिलाड़ियों को फीस.
IPL Auction 2024: आईपीएल की नीलामी में सभी 10 फ्रेंचाइजी ने कुल 232.40 करोड़ रुपए में 72 खिलाड़ियों को खरीदा है. इसमें 30 विदेशी खिलाड़ी हैं. नीलामी में पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क सबसे महंगे खिलाड़ी बने. पैट कमिंस को सनराइजर्स हैदराबाद को 20.50 करोड़ रुपए में सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा. वहीं, मिचेल स्टार्क को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 24.75 करोड़ रुपए में खरीदा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईपीएल खिलाड़ियों को मैच फीस कैसे मिलती है. क्या कोई मैच न खेलने पर भी खिलाड़ियों को मैच फीस मिलती है. जानिए ऐसे ही हर एक सवालों के जवाब.
IPL Auction 2024: इन खिलाड़ियों को मिलती है पूरी फीस, कटता है TDS
आईपीएल में यदि कोई खिलाड़ी खेलने के लिए उपलब्ध है और यदि वह कोई भी मैच नहीं खेलता है तो उसे पूरी मैच फीस मिलती है. हालांकि, ये फीस किस तरह से दी जाएगी इसका फैसला फ्रेंचाइजी करती है. कई फ्रेंचाइजी सीजन शुरू होने से पहले ही फीस का भुगतान करती है. कुछ आधी ही फीस का भुगतान करती है. वहीं, सीजन खत्म होने के बाद बची हुई आधी फीस देती है. हालांकि, इसे लेकर कोई तय नियम नहीं है. वहीं, फीस से 10 फीसदी टीडीएस भी काटा जाता है.
IPL Auction 2024: चोटिल खिलाड़ियों को मिलती है फीस, मेडिकल का भी मिलता है खर्च
साल 2023 में ऋषभ पंत ने चोट के कारण एक भी मैच नहीं खेला था. हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें रिलीज नहीं किया था. ऋषभ पंत को कोई फीस नहीं मिली. वहीं, आईपीएल 2023 में एक मैच के बाद केन विलियमसन घुटने की चोट के कारण बाहर हो गए थे. केन विलियमसन को पूरी फीस और मेडिकल खर्च भी मिला था. केन खेलते हुए चोटिल हुए थे. इसके अलावा यदि कोई खिलाड़ी सीजन के बीच या सीमित मैच में उपलब्ध होता है तो उसे जितने मैच खेले हैं, उस हिसाब से पैसा मिलता है.
IPL Auction 2024: कैसे होता है खिलाड़ियों को भुगतान, अच्छे प्रदर्शन वाले खिलाड़ियों को मिलता है बोनस
भारत के खिलाड़ियों को जहां भारतीय रुपए में भुगतान किया जाता है. वहीं, विदेशी खिलाड़ियों को अमेरिकी डॉलर में भुगतान किया जाता है. साल 2008 से लेकर साल 2012 तक विदेशी और भारतीय खिलाड़ियों को यूएस डॉलर में भुगतान किया जाता था. साल 2012 से भारतीय रुपए में भुगतान होता है. वहीं, फ्रेंचाइजी से खिलाड़ियों की पेमेंट देने की गारंटी बीसीसीआई की है. इसके अलावा यदि कोई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसे प्लेयर ऑफ द मैच, पर्पल कैप, ऑरेंज कैप समेत कई कैश प्राइज मिलते हैं.