IPL Media Rights: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चेयरमैन अरुण धूमल ने संकेत दिया है कि पिछले 15 वर्षों में लीग की सफलता संभावित रूप से अगले दो दशकों में इसके मीडिया अधिकारों का मूल्य 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा देगी. चेयरमैन के मुताबिक लीग की व्यापक लोकप्रियता और सफलता अगले 10 वर्षों में इसके विकास में उत्प्रेरक का काम करेगी. आईपीएल के मीडिया अधिकार 6,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 48000 करोड़ रुपये हो गए हैं. यह टूर्नामेंट दुनिया की सभी खेल लीगों में नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) के बाद दूसरे नंबर पर है. 

IPL Media Rights:  2043 में 50 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकते हैं आईपीएल के मीडिया रिपोर्ट्स

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आईपीएल के चेयरमैन धूमल ने आरसीबी इनोवेशन लैब के लीडर्स मीट इंडिया शिखर सम्मेलन के दौरान कहा,“अगर मुझे यह देखना है कि पिछले 15 वर्षों में यह कैसे हुआ है और अगर मुझे आगे के अनुमानों के अनुसार जाना है, तो हम 2043 के आसपास मीडिया अधिकारों के 50 बिलियन अमरीकी डालर के करीब पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं. आगे बढ़ते हुए, हमें इसे बनाए रखना होगा, इनोवेशन करते रहें, फैंस जुड़ाव के मामले में बेहतर करते रहें और खेलों की क्वालिटी के मामले में इसे बेहतर बनाते रहें.'

IPL Media Rights: दुनिया में सबसे ज्यादा देखने वाली लीग है आईपीएल

अरुण धूमल ने आगे कहा, 'अब जब क्रिकेट ओलंपिक का हिस्सा बन रहा है और महिला प्रीमियर लीग (WPL) इसे महिला क्रिकेट के लिए एक अलग स्तर पर ले जा रही है, तो मुझे सुरंग के अंत में बहुत आशा और रोशनी दिखाई देती है. जिस तरह से यह पिछले 15 वर्षों से हो रहा है, यह और बेहतर होता जा रहा है. आईपीएल दुनिया में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली क्रिकेट लीग है. दुनिया भर में हमारे प्रशंसक हैं और जब वे देखने आते हैं, तो उन्हें भारत की विविधता और संस्कृति देखने को मिलती है.'

IPL Media Rights: अरुण धूमल बोले-  'IPL सबसे बड़ा मेक इन इंडिया ब्रांड'

बकौल अरुण धूमल, “आईपीएल फैंस  उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक मैच देखेंगे क्योंकि टीमें पूरे देश में फैली हुई हैं. हम अलग-अलग राज्यों, अलग-अलग संस्कृतियों और बोली जाने वाली अलग-अलग भाषाओं के मामले में एक बहुत ही विविध देश हैं, लेकिन यह एक ऐसा मंच है जिसकी जड़ें इतनी अच्छी हैं कि आप भारत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने में सक्षम हैं. निजी तौर पर, मुझे लगता है कि आईपीएल सबसे अच्छा मेक इन इंडिया ब्रांड है जिसके बारे में हम आजादी के बाद सोच सकते हैं.'