IND vs AUS: 5 महीने के लंबे इंतजार के बाद टीम इंडिया की जर्सी में दिखेंगे रविंद्र जडेजा, कहा- बहुत कठिन था सर्जरी का फैसला
India vs Australia Border-Gavaskar Trophy: टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) घुटने की चोट की वजह से 5 महीने तक इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहे. घुटने की सर्जरी से रिकवर होने के बाद अब वे 9 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में वापसी करने के लिए तैयार हैं.
India vs Australia Border-Gavaskar Trophy: टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) घुटने की चोट की वजह से 5 महीने तक इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहे. घुटने की सर्जरी से रिकवर होने के बाद अब वे 9 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में वापसी करने के लिए तैयार हैं. रविंद्र जडेजा ने bcci.tv को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वे भाग्यशाली हैं कि करियर को प्रभावित करने वाली चोट से रिकवर होने के बाद उन्हें एक बार फिर टीम इंडिया की जर्सी पहनने का मौका मिल रहा है. बताते चलें कि रविंद्र जडेजा घुटने की चोट की वजह से ही पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 विश्व कप से बाहर हो गए थे.
जल्द से जल्द ठीक होने का इंतजार कर रहे थे रविंद्र जडेजा
जडेजा ने इंटरव्यू में कहा, ‘‘ मैं बहुत उत्साहित और खुश हूं कि करीब 5 महीने बाद मुझे फिर से इंडिया की जर्सी पहनने का मौका मिला है. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे फिर से मौका दिया गया. यहां तक पहुंचने का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा. अगर आप 5 महीने तक क्रिकेट से बाहर रहते हैं तो ये बहुत निराशाजनक हो जाता है. मैं जल्द से जल्द फिट होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा था ताकि भारत के लिए खेल सकूं.’’
सर्जरी कराने का फैसला काफी मुश्किल रहा
टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर ने कहा कि टी20 विश्व कप से पहले या बाद में सर्जरी कराना उनके लिए व्यक्तिगत रूप से एक बहुत कठिन फैसला था. हालांकि, उन्हें डॉक्टर की बात माननी ही पड़ी. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे घुटने में दिक्कत थी और मुझे जल्दी या बाद में सर्जरी करवानी थी. लेकिन मुझे ये फैसला लेना था कि ये विश्व कप से पहले होगा या बाद में. डॉक्टरों ने भी मुझे वर्ल्ड कप से पहले सर्जरी कराने की सलाह दी थी. विश्व कप में मेरे खेलने की संभावना वैसे भी काफी कम थी. इसलिए मैंने अपना मन बनाया और सर्जरी करवा ली.’’
टीवी पर मैच देखकर क्या सोचते थे जड्डू
उन्होंने कहा कि सर्जरी के बाद का प्रोसेस काफी कठिन था लेकिन टीम इंडिया की जर्सी पहनने की प्रेरणा से उन्होंने उस समय का डटकर सामना किया. जडेजा ने कहा, ‘‘सर्जरी के बाद का समय काफी कठिन था क्योंकि आपको लगातार रिहैब और ट्रेनिंग करनी पड़ती है. जब मैं टीवी पर मैच देखता था तो मेरे दिमाग में चोटिल होने की वजह से टीम से बाहर रहने का मलाल रहता था. जब मैं विश्व कप देख रहा था तो मैं सोच रहा था कि मुझे भी टीम इंडिया के साथ मैदान पर होना चाहिए था.’’
जडेजा ने की एनसीए ट्रेनरों की तारीफ
रविंद्र जडेजा ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के फिजियो और ट्रेनर ने मेरे घुटने पर काफी मेहनत की. रविवार को एनसीए बंद होने के बाद भी वे मेरे इलाज के लिए आते थे. चोट के बाद के 2 महीने खासतौर पर कठिन थे क्योंकि मैं कहीं नहीं जा सकता था, मैं ठीक से चल भी नहीं सकता था. एनसीए के ट्रेनरों ने भी मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया.’’ बताते चलें कि पिछले महीने जडेजा ने चेन्नई में तमिलनाडु के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में सौराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हुए खेल में सफल वापसी की.