India vs Australia 3rd Test Indore: ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को 9 विकेट से रौंद दिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Chanpionship) के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है. ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए मिले 76 रनों के लक्ष्य को 1 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया अभी भी सीरीज में 1-2 से पीछे है. बताते चलें कि सीरीज में खेले गए तीनों ही मैच तीसरे दिन खत्म हुए. इससे पहले टीम इंडिया ने नागपुर और दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को तीसरे ही दिन हरा दिया था.

ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन ने ऑस्ट्रेलिया को दिलाई जीत

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टीम इंडिया से मिले 76 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया के लिए ट्रेविस हेड 49 रन और मार्नस लाबुशेन 28 रन बनाकर नाबाद रहे. भारत आने वाली टीमों के लिए यहां टेस्ट मैच में जीत हासिल करना काफी मुश्किल होता है और ऑस्ट्रेलिया के लिए भी ये अलग नहीं था, जिसने 6 साल में भारतीय धरती पर अपनी पहली जीत दर्ज की. भारत के लिए पिछले 10 सालों में ये तीसरी हार है. टीम को 9 मार्च से अहमदाबाद में शुरू होने वाले सीरीज के आखिरी और चौथे टेस्ट से पहले अपनी योजनाओं और रणनीति पर दोबारा काम करने की जरूरत होगी.

इंदौर टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का रहा बुरा हाल

मौजूदा टेस्ट सीरीज में इस्तेमाल हुई पिचों की भी तीखी आलोचना हुई है और ये देखाना दिलचस्प होगा कि क्या भारत स्पिन के अनुकूल पिचों की प्राथमिकता को जारी रखेगा, क्योंकि घरेलू टीम के बल्लेबाज भी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए बुरी तरह संघर्ष करते दिखे हैं. इंदौर टेस्ट में टीम इंडिया अपनी दो पारियों में सिर्फ 109 और 163 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलियाई टीम जिस तरह से नागपुर और दिल्ली की दूसरी पारी लड़खड़ाई थी, उससे लग रहा था कि शुक्रवार को पहले सेशन में कुछ भी हो सकता है.

रविचंद्रन अश्विन ने जगाई थी चमत्कार की उम्मीद

जीत के लिए 76 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को रविचंद्रन अश्विन ने दिन की दूसरी गेंद पर  ही उस्मान ख्वाजा को कैच आउट कराकर चमत्कार की उम्मीद जगाई. अश्विन की ये गेंद तेजी से टर्न लेते हुए ख्वाजा के बल्ले का किनारा लेते हुई विकेटकीपर श्रीकर भरत के दस्तानों में चली गई. स्कोर बोर्ड पर बिना किसी रन के पहला विकेट गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम दबाव में थी लेकिन लाबुशेन ने रविंद्र जडेजा की गेंद पर चौका लगाकर दबाव को कम किया.

18.5 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने दर्ज की जीत

हेड और लाबुशेन को आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है लेकिन दोनों ने बिना कोई जोखिम लिए शुरुआती 10 ओवर में सिर्फ 13 रन बनाए. पारी के 10वें ओवर में गेंद बदलने के बाद मैच का रूख ऑस्ट्रेलिया की ओर मुड़ गया. अश्विन इस गेंद से संतुष्ट नहीं थे और हेड ने उनके ओवर में चौका और छक्का जड़कर अपने इरादे जता दिए. हेड और लाबुशेन ने इसके बाद जडेजा के खिलाफ चौके लगाये और फिर मैच पर ऑस्ट्रेलिया की पकड़ मजबूत बन गई. लाबुशेन ने चौका लगाकर ऑस्ट्रेलिया को 18.5 ओवर में यादगार जीत दिलाई.