BCCI Shreyas Iyer, Ishaan Kishan Central Contract: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में टीम इंडिया के मध्यक्रम बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का नाम नहीं था. बीसीसीआई ने बयान में कहा,‘‘कृपया ध्यान दें कि वार्षिक अनुबंध के लिए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के नाम पर विचार नहीं किया गया. श्रेयस अय्यर और ईशान किशन दोनों ही राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे हैं. दोनों ही रणजी और घरेलू टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं. इसके बाद बीसीसीआई ने ये कदम उठाया था. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट न होने से दोनों ही खिलाड़ियों को पैसों के अलावा भी कई नुकसान हो सकते हैं.

BCCI Central Contract: B ग्रेड की कैटेगरी में थे श्रेयस अय्यर, C कैटेगरी में थे ईशान किशन

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विश्वकप 2023 में टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में श्रेयस अय्यर का अहम रोल था. श्रेयस अय्यर अभी तक बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के बी कैटेगरी में थे. बी कैटेगरी के खिलाड़ियों की सालाना कमाई लगभग तीन करोड़ रुपए होती है. यह धनराशि उनकी मैच फीस से इतर होती है. टेस्ट, वनडे और टी20 मैच खेलने के लिए अलग-अलग मैच फीस मिलती है. दूसरी तरफ ईशान किशन अभी तक सी कैटेगरी में थे. इस कैटेगरी की सालाना फीस एक करोड़ रुपए है. दोनों ही खिलाड़ियों ने इन पैसों से हाथ धो लिया है.

BCCI Central Contract: चोटिल होने के दौरान नहीं मिलेगा BCCI का इंश्योरेंस कवर  

सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के कारण श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को न सिर्फ पैसों का नुकसान होगा. साथ ही उन्हें बीसीसीआई की तरफ से मिलने वाला इंश्योरेंस कवर भी नहीं मिलेगा. चोटिल होने के दौरान खिलाड़ी इस बीमा का फायदा उठा सकते हैं. मोहम्मद शमी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल हैं, उन्होंने हाल ही में अपना एड़ी का ऑपरेशन करवाया है. मोहम्मद शमी को बीसीसीआई के इंश्योरेंस कवर का फायदा मिलेगा. इसी तरफ ऋषभ पंत को भी एक्सीडेंट के बाद हुए इलाज इसका फायदा मिला है.

BCCI Central Contract: NCA की सुविधा के लिए करनी होगी जद्दोजहद, राज्य क्रिकेट एसोसिएशन की लेनी होगी मदद  

सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के कारण श्रेयस अय्यर और ईशान किशन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) बेंगलुरु की सुविधा का फायदा बे रोक-टोक नहीं उठा सकते हैं. चोट के दौरान एनसीए में इलाज और रिहैब होने में भी मुश्किल होगी. एनसीए की सुविधाओं का लाभ लेने के लिए उन्हें राज्य क्रिकेट एसोसिएशन की मदद लेनी होगी. राज्य क्रिकेट एसोसिएशन ही खिलाड़ियों को एनसीए में भेजती है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय टीम में नहीं होने के बावजूद ईशान किशन झारखंड की तरफ से रणजी ट्रॉफी में नहीं खेले. उन्होंने इसके बजाय अगले महीने शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तैयारी पर ध्यान दिया. 

दूसरी तरफ श्रेय अय्यर ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद मुंबई के बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के लिए खुद को उपलब्ध नहीं रखा था.