Aditya-L1 Mission Launch: भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल1, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च कर दिया गया है, इस मिशन को लेकर देश भर में लोगों का उत्साह काफी दिख रहा है.  इसरो के आदित्य एल1 मिशन के सफल लॉन्च के लिए दून योग पीठ के केंद्रों पर आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी की मौजूदगी में सूर्य नमस्कार और विशेष पूजा की गई.

#WATCH | Delhi: Programming Manager at the Jawaharlal Nehru Planetarium Delhi, Prerna Chandra on Aditya L1 says, "Space agencies of other countries have already done observations on the Sun. India does not have a Sun observatory. With Aditya L1 India will also have observations… pic.twitter.com/ydxtxmEyHH

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— ANI (@ANI) September 2, 2023 hidden="true" /> आदित्य एल1 लॉन्च पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मनीष पुरोहित ने कहा, "यह इसरो और भारत के लिए एक बड़ा कदम है... नई अंतरिक्ष नीति के साथ, यह स्पष्ट रूप से अनिवार्य कर दिया गया है कि इसरो अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में एक बड़ी भूमिका निभाएगा." .तो, इसरो ने स्पष्ट रूप से एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है..."  

तो चलिए जानते हैं क्या है इसका उद्देश्य इसरो के मुताबिक, आदित्य L1 का उद्देश्य सूरज पर जाकर वहां के  वातावरण की स्टडी करना है. यह सूर्ययान  वहां के ऑर्बिट पर न ही उतरेगा और न ही सूरज के करीब जाकर स्टडी करेगा. आदित्य एल-1  में 7 अलग-अलग कैमरा लगाए गए हैं जो सूरज के बारे में स्टडी करेगा और  कई रहस्यों से पर्दा उठाएगा.  आदित्य L1 को सूर्य तक पहुंचने में करीब  4 महीने लगेंगे. सूरज के केंद्र का तापमान अधिकतम 1.50 करोड़ डिग्री सेल्सियस है. इस जगह पर न्यूक्लियर फ्यूजन होता है, जिसकी वजह से सूरज के चारों से आग निकलती है.