साहित्य अकादमी ने 2023 के लिए अलग अलग पुरस्कारों की घोषणा की है. अकादमी ने हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू समेत 24 भारतीय भाषाओं की उत्कृष्ट रचनाओं के लेखकों को सम्मानित करने की घोषणा की. साहित्य अकादमी ने उपन्यास श्रेणी में हिंदी के लिए संजीव, अंग्रेजी के लिए नीलम शरण गौर और उर्दू के लिए सादिक नवाब सहर को पुरस्कार के लिए चुना है. अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने यहां बताया कि अकादमी ने नौ कविता-संग्रह, छह उपन्यास, पांच कहानी संग्रह, तीन निबंध तथा एक आलोचना की पुस्तक को पुरस्कार के लिए चुना है. 

उपन्यास के लिए लेखकों का चयन

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राव ने कहा कि हिंदी के लिए संजीव को उनके उपन्यास ‘मुझे पहचानो’, अंग्रेजी के लिए गौर को उनके उपन्यास ‘रेक्युम इन रागा जानकी’ के लिए, पंजाबी में स्वर्णजीत सवी को उनके कविता संग्रह ‘मन दी चिप’ के लिए और उर्दू में सहर को उनके उपन्यास ‘राजदेव की अमराई’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा. 

कविता और कहानी-संग्रह के लिए ये होंगे सम्मानित

राव ने बताया कि कविता संग्रह के लिए विजय वर्मा (डोगरी), विनोद जोशी (गुजराती), मंशूर बनिहाली (कश्मीरी), सोरोख्खैबम गंभिनी (मणिपुरी), आशुतोष परिडा (ओड़िया), गजेसिंह राजपुरोहित (राजस्थानी), अरुण रंजन मिश्र (संस्कृत) और विनोद आसुदानी (सिंधी) को पुरस्कृत किया जाएगा. सचिव ने बताया कि उपन्यास के लिए स्वपनमय चक्रवर्ती (बांग्ला), कृष्णात खोत (मराठी) और राजशेखरन (तमिल) को प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा जाएगा. उनके मुताबिक, कहानी-संग्रह के लिए प्रणवज्योति डेका (असमिया), नंदेश्वर दैमारि (बोडो), प्रकाश एस. पर्येंकार (कोंकणी), टी.पतंजलि शास्त्री (तेलुगु) और तारासीन बासकी (तुरिया चंद बासकी) (संताली) को सम्मानित किया जाएगा. 

24 भाषाओं के लिए दिया जाता है पुरस्कार

राव ने बताया कि निबंध के लिए लक्ष्मीशा तोल्पडि (कन्नड़), बासुकीनाथ झा (मैथिली) और युद्धवीर राणा (नेपाली) तथा आलोचना के लिए ई.वी. रामकृष्णन (मलयालम) को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने बताया, पुरस्कारों की सिफारिश 24 भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई है व साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में आज इन्हें अप्रूव किया गया. 

इस दिन होगा आयोजन

सचिव ने बताया कि अगले साल 12 मार्च को आयोजित किए जाने वाले समारोह में विजेता लेखकों को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक-एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी. राव ने बताया कि ये पुरस्कार एक जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2021 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों के आधार पर घोषित किए गए हैं.