'टाटा ग्रुप' सिर्फ बड़ा नाम ही नहीं है, बल्कि लोगों का भरोसा है. आज के समय में शायद ही कोई भारतीय होगा जिसकी जिंदगी में 'Tata' शामिल नहीं होगा. रसोई में इस्‍तेमाल होने वाले नमक, मसाले, चाय-कॉफी से लेकर ज्‍वैलरी, घड़ी, सॉफ्टवेयर, गाड़ी, बस, ट्रक और हवाई जहाज तक, आपको जहां भी जरूरत हो, टाटा आपकी सेवा में हाजिर है.

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टाटा ग्रुप की स्थापना बेशक करीब एक सदी पहले रतन टाटा के दादा जमशेदजी टाटा ने की थी, लेकिन रतन टाटा ने इसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. साल 1991 में उन्हें टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप के अहम जिम्मेदारी दी गई. रतन टाटा की लीडरशिप में टाटा समूह ने खूब तरक्की की. बुधवार देर रात जब रतन टाटा का निधन (Ratan Tata Death) हुआ तो हर जगह शोक की लहर फैल गई. साथ ही सबके दिमाग में एक ही सवाल है कि अब टाटा की विरासत आखिर कौन संभालेगा?

ये रहीं रतन टाटा की उपलब्धियां

1. टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में 1991-2012 तक सेवा.

2. जैगुआर लैंड रोवर की खरीद (2008).

3. कोरस की खरीद (2007).

4. टाटा स्टील की वैश्विक पहुंच बढ़ाना.

5. टाटा मोटर्स की सफलता.

6. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की वैश्विक पहुंच बढ़ाना.

7. टाटा समूह की वैश्विक ब्रांड वैल्यू में वृद्धि

रतन टाटा के बाद टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन कौन होगा?

रतन टाटा 28 दिसंबर 2012 को टाटा संस के चेयरमैन के रूप में रिटायर हुए थे. रतन टाटा के रिटायरमेंट के बाद, टाटा संस की कमान एन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) के हाथों में है. एन चंद्रशेखरन इससे पहले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं. लेकिन टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा थे. रतन टाटा ने मृत्यु से पहले टाटा ट्रस्‍ट के उत्तराधिकारी को नियुक्त नहीं किया यानी अब टाटा ट्रस्‍ट के नए चेयरमैन को चुनने की बारी है.

इनका नाम चल रहा आगे

टाटा ट्रस्ट का नेतृत्व टाटा परिवार और पारसी समुदाय से जुड़ा रहा है. ऐसे में रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा का नाम इस कड़ी में आगे चल रहा है. वे नवल टाटा की दूसरी पत्नी के बेटे हैं. उन्‍हें मजबूत दावेदार माना जा रहा है. नोएल ट्रेंट, वोल्टास, टाटा इन्वेस्टमेंट और टाटा इंटरनेशनल के चेयरमैन हैं. टाटा स्टील के वाइस चेयरमैन और सर रतन टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में भी हैं.

नोएल टाटा के अलावा उनके तीनों बच्चों माया टाटा, नेविल टाटा और लिआह टाटा को भी संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है. तीनों ही अन्य प्रोफेशनल्स की तरह कंपनी में काम कर रहे हैं. नोएल टाटा की बढ़ती उम्र को देखते हुए इसकी संभावना जताई जा रही है कि हो सकता है कि ये जिम्‍मेदारी अगली पीढ़ी को दी जाए. 34 साल की माया टाटा डिजिटल में अहम भूमिका निभा चुकी है. 32 साल के नेविल हाइपरमार्केट चेन स्टार बाजार को संभालते हैं. वहीं 39 साल की लिआह हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को देखती हैं.