Ram Mandir Green Corridor: 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला के अभिषेक समारोह होगा. इसके लिए आमंत्रित अतिथियों की सुविधा के लिए 22 जनवरी को अलग-अलग दिशाओं से अयोध्या की ओर जाने वाली सड़कों पर खास तौर से साफ किए गए मार्ग बनाए जाएंगे. इन मार्गों को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है. लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज और आज़मगढ़ जिलों से अयोध्या की ओर जाने वाले मार्गों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे. अयोध्या के डिविजन कमिशनर गौरव दयाल ने इसकी पुष्टि की है.

Ram Mandir Green Corridor: साथ रखना होगा बार कोड और पहचान पत्र, सभी गतिविधियों पर लगाया जाएगा प्रतिबंध

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डिविजन कमिशनर गौरव दयाल  ने कहा,"आमंत्रित लोगों के लिए परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज और आज़मगढ़ जिलों से अयोध्या की ओर जाने वाले मार्गों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे. इन ग्रीन कॉरिडोर से यात्रा करने वाले मेहमानों को निमंत्रण, राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बनाया गया बार कोड और फोटो पहचान पत्र साथ रखना होगा. " प्रतिष्ठा समारोह से लगभग 48 घंटे पहले, अयोध्या और आसपास के स्थान व्यापक सुरक्षा घेरे में होंगे. साथ ही सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.

Ram Mandir Green Corridor: ट्रैफिक को किया जाएगा डायवर्ट, केवल स्थाई निवासियों को मिलेगा प्रवेश

22 जनवरी के दिन आने वाले सभी यातायात को जिले की सीमाओं से डायवर्ट किया जाएगा. केवल अयोध्या के स्थायी निवासियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी. आयुक्त ने कहा कि सभी प्रवेश बिंदुओं से सारा ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा. लेक‍िन जिन बाहरी तीर्थयात्रियों के पास होटलों में बुकिंग है, उन्हें प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है. सुरक्षा कर्मियों और सरकारी पदाधिकारियों को ठहराने के लिए अयोध्या प्रशासन ने पहले ही बड़ी संख्या में होटल के कमरे हासिल कर लिए हैं. 

Ram Mandir Green Corridor:  टेंट सिटी में ठहरने की व्यवस्था, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए होगी निगरानी

अयोध्या के मंडलायुक्त ने बताया कि अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट की ओर से होटल और टेंट सिटी में की गयी है. उन्होंने कहा, "कुछ मेहमानों ने अपने आवास की व्यवस्था स्वयं की है." सुरक्षा की बात करें तो  राम लला के अभिषेक समारोह के लिए 11,000 राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किए जाने की संभावना है.  साथ ही राम मंदिर की सुरक्षा के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) निगरानी शुरू की जाएगी.