500 साल बाद आखिरकार राम लला (Ram Lalla) अयोध्‍या में विराजमान हो चुके हैं. 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्‍ठा का पूरा देश गवाह बना है. आज इसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X पर एक पोस्‍ट शेयर किया है. पीएम मोदी ने 22 जनवरी की झलकियों का एक वीडियो एक्‍स पर शेयर किया है और कैप्‍शन में लिखा- 'कल 22 जनवरी को हमने जो कुछ भी अयोध्‍या में देखा, वो आने वाले वर्षों तक हमारी यादों में रहेगा.'

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बता दें कि 22 जनवरी को राम लला की 5 साल की प्रतिमा को अयोध्‍या में स्‍थापित किया गया. इस मौके पर देश के तमाम नामचीन लोग इस प्राण-प्रतिष्‍ठा समारोह में शामिल हुए. आज से राम मंदिर को आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया है. प्राण प्रतिष्‍ठा के बाद पहले ही दिन भक्‍तों की भीड़ श्रीराम के दर्शन के लिए उमड़ पड़ी. राम लला के दर्शन के लिए रात 3 बजे से ही लोग कतारों में लग गए. राम लला की झलक पाने के लिए भीड़ इस कदर उत्‍सुक थी कि उसे काबू करने में प्रशासन भी बेबस नजर आया.

रामलला के दर्शन का समय

अयोध्या राम मंदिर हर रोज सुबह 07 बजे से रात 12 बारह बजे तक खुला रहेगा. हर दिन सुबह 4 बजे मंत्रों से जगाया जाएगा. इसके बाद मंदिर में मंगला आरती सुबह 4:30 से 5 बजे तक होगी. इसके अलावा, शृंगार आरती सुबह 6:30 बजे होगी. भोग आरती दोपहर 12:00 बजे होगी. वहीं, संध्या आरती शाम 7:30 बजे होगी. दोपहर में 1 बजे से 3 बजे राम मंदिर में दर्शन बंद रहेंगे. इस दौरान मंदिर के कपाट बंद रहेंगे. रामलला की अष्टयाम सेवा के मध्य प्रत्येक आरती के पहले भोग लगेगा.

दिन के हिसाब से वस्‍त्र धारण करेंगे

रामलला सोमवार को सामान्य दिनों में सफेद वस्त्र धारण करते हैं, लेकिन विशेष अवसर पर उन्हें पीले वस्त्र पहनाए जाएंगे. भगवार राम मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को हल्का पीला या क्रीम कलर, शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी रंग के वस्त्र पहनेंगे. नए बालरूप विग्रह के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने पुणे के हैरिटेज एंड हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट से हथकरघे पर कपड़े तैयार करवाए हैं. इनकी बुनाई में देश के 10 से 15 लाख कारीगर शामिल रहे हैं.

कैसे होंगे आरती में शामिल

रामलला की आरती में शामिल होने के लिए आप श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से 'पास' प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आपके पास वैलिड पहचान पत्र (आईडी प्रूफ) होना जरूरी है. एक बार में सिर्फ 30 लोग ही आरती में शामिल हो पाएंगे. इसके लिए उन्हें किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा.