Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्‍या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्‍ठा का कार्यक्रम होने में अब बस तीन दिन ही बाकी रह गए हैं. 22 जनवरी को श्रीराम अयोध्‍या राम मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. इस समारोह को भव्‍य बनाने के लिए काफी तैयारियां की गई हैं. राम मंदिर में श्रीराम के प्राण प्रतिष्‍ठा का पूजन 16 जनवरी से शुरू हो चुका है. मंदिर में अरुण योगीराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा की जाएगी. ये मूर्ति 18 फरवरी गुरुवार को गर्भगृह में स्‍थापित की जा चुकी है. इस मूर्ति की पहली तस्‍वीर भी सामने आ चुकी है. आइए आपको बताते हैं कि कैसी है 'राम लला' की ये प्रतिमा.

जानिए कैसी है राम लला की मूर्ति

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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने हाल ही में इस मूर्ति के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि गर्भगृह में स्थापित होने वाली रामलला की प्रतिमा का वजन 150 से 200 किलोग्राम है. ये भगवान राम की खड़ी मूर्ति है और इसका रंग नीला है. रामलला की इस प्रतिमा में उन्‍हें खड़े हुए धनुष-बाण लिए दिखाया गया है.इस प्रतिमा को देखकर आपको श्रीराम में भगवान विष्‍णु का अवतार भी दिखेगा और एक राजा के पुत्र की छवि भी नजर आएगी. गर्भगृह में रामलला कमल के फूल पर विराजमान होंगे. कमल के फूल के साथ उनकी लंबाई करीब 8 फीट होगी.

राम लला की इस मूर्ति की पहली झलक सामने आ चुकी है. इसमें मूर्ति का रंग नीले रंग का श्‍यामल झलक देता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि राम लला की जो तस्वीर सामने आई है, उसमें उनका चेहरा व हाथ पीतांबर वस्त्र और शरीर सफेद रंग के अंग वस्त्र से ढका गया है.

जानिए कौन हैं अरुण योगीराज

राम मंदिर गर्भ गृह में जो मूर्ति रखी गई है, उसे अरुण योगीराज ने बनाया है. योगीराज के परिवार में प्रतिमा निर्माण का काम वर्षों से किया जाता रहा है. वे मैसूर के प्रसिद्ध मूर्तिकारों की पांच पीढ़ियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते हैं और अब तक देश की तमाम खूबसूरत प्रतिमाएं बना चुके हैं. केदारनाथ धाम में स्थापित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा और दिल्ली में कर्तव्यपथ पर स्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा अरुण योगीराज ने ही बनाई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहले अरुण योगीराज की तारीफ कर चुके हैं.