Raksha Bandhan Date: रक्षाबंधन का त्‍योहार 19 अगस्‍त को पड़ रहा है. ये त्‍योहार भाइयों और बहनों के प्रेम का त्‍योहार है. इस दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. रक्षाबंधन के दिन भद्रा भी लग रही है. भद्रा के दौरान कोई भी शुभ काम करने की मनाही है. ऐसे में भाई को राखी बांधते समय आपको शुभ मुहूर्त के साथ कुछ बातों का विशेष रूप से ध्‍यान रखना चाहिए.

ये है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

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ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र के अनुसार श्रावण शुक्ल चतुर्दशी 18 अगस्त 2024 को रात 2 बजकर 21 मिनट पर भद्रा शुरू हो जाएगी और इसका समापन श्रावण शुक्ल पूर्णिमा सोमवार, 19 अगस्त 2024 को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट पर होगा. ज्‍योतिषाचार्य के मुताबिक भद्रा का वास पाताल लोक में है, इसलिए धरती पर इसका बहुत बड़ा असर नहीं रहेगा. लेकिन फिर भी कोशिश करें कि भद्राकाल के बाद ही भाई की कलाई पर राखी बांधे. इसलिए आप 1.25 बजे से आप कभी भी भाई को राखी बांध सकती हैं.

इस विधि-विधान से बांधें राखी

  • रक्षा बंधन के दिन भाई को राखी बांधने के समय तक बहनों को व्रत रखना चाहिए. इसके अलावा राखी बांधते समय भाई को सोफे या बेड पर बैठाने की बजाय लकड़ी के पाटे या चौकी पर बैठाए. 
  • बैठते समय भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर और आपका पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. 
  • राखी बांधते समय भाई की कलाई पर पहले दही से तिलक करें, इसके बाद रोली का तिलक करें और अक्षत लगाएं. 
  • इसके बाद उसके दाहिने हाथ की कलाई पर राखी बांधें और उसके लंबे और स्‍वस्‍थ जीवन की कामना करें. फिर मिठाई खिलाकर उसकी आरती उतारें. 
  • अगर हो सके तो राखी बांधते समय 'ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:, तेन त्वामपि प्रति बध्नामि रक्षे मा चल मा चल' मंत्र का जाप करें. इसे काफी शुभ माना जाता है.

क्‍या है रक्षा बंधन के त्‍योहार का महत्‍व

रक्षा बंधन का त्‍योहार भाई-बहन के मजबूत रिश्‍ते और उनके प्रेम का प्रतीक है. इस त्‍योहार पर बहनें जो राखी बांधती हैं, वो प्यार और सुरक्षा का प्रतीक है. इस राखी को बंधवाने के बाद भाई अपनी बहन को ये वचन देता है कि वो जीवनभर उसकी रक्षा करेगा. उसके सुख-दुख में साथ खड़ा होगा. इस तरह हर साल ये त्‍योहार भाई और बहनों के रिश्‍ते में मिठास भरने का काम करता है.