रुमेटायड आर्थरायटिस (Rheumatoid Arthritis) एक ऑटो इम्‍यून डिजीज है, जो शरीर के जोड़ों पर सीधा असर डालती है. इसके कारण जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या हो जाती है. ऐसे में जोड़ों का मूवमेंट भी काफी मुश्किल हो जाता है. अगर एक बार किसी को ये बीमारी हो जाए तो दोबारा पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाती. इसे सिर्फ दवाओं के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है. रुमेटायड आर्थराइटिस के कारण चलना-फिरना और रोजाना के काम करना भी मुश्किल हो जाता है. सर्दी और बारिश के दिनों में समस्‍या और ज्‍यादा बढ़ जाती है. 

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इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 2 फरवरी को रुमेटायड आर्थरायटिस अवेयरनेस डे (RA Awareness Day) मनाया जाता है. ज्‍यादातर देखा जाता है कि 40 साल के बाद इस परेशानी का रिस्‍क ज्‍यादा होता है. अगर आपके घर में RA की फैमिली हिस्‍ट्री है, तो और भी ज्‍यादा अलर्ट रहने की जरूरत है. इस समस्‍या से अगर आप खुद को बचाना चाहते हैं, तो उन चीजों के सेवन से परहेज करें, जो हड्डियों के लिए नुकसानदायक मानी जाती हैं. यहां जानिए 

ये हैं रुमेटायड आर्थराइटिस के लक्षण

  • जोड़ों में सूजन
  • झनझनाहट
  • जोड़ों में अकड़न खासकर सुबह के समय
  • थकान
  • कमजोरी
  • बुखार

रुमेटायड आर्थराइटिस की वजह

ज्‍यादातर मामलों में इस बीमारी की वजह आनुवांशिक मानी जाती है. इसके अलावा अधिक वजन, शरीर में कैल्शियम की कमी और धूम्रपान जैसी आदतें इस रिस्‍क को बढ़ाती हैं.

इन चीजों से करें परहेज

नमक: ज्‍यादा नमक खाने से शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, सोडियम कैल्शियम को शरीर से बाहर निकाल देता है. इसके कारण शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है. 

सोडा-कोल्‍डड्रिंक: तमाम रिसर्च बताती हैं कि सोडा वाली चीजें पीने से हड्डियां कमजोर होती हैं. ये हड्डियों को खोखला बनाने का काम करती है. इसके अलावा बाजार में बिकने वाले पैकेट बंद फूड से भी परहेज करना चाहिए.

कैफीन: कैफीन को भी हड्डियों की सेहत के लिए अच्‍छा नहीं माना जाता. कैफीन हड्डियों से कैल्शियम का रिसाव करता है, जिसके कारण हड्डियां कमजोर होती हैं. इसलिए चाय-कॉफी, चॉकलेट या ऐसी किसी भी चीज जिसमें कैफीन पाया जाता है, उससे पूरी तरह से परहेज करना चाहिए.

सिगरेट-बीड़ी-हुक्‍का: धूम्रपान को सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है. इससे आपके लंग्‍स पर तो बुरा असर पड़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियों की सेहत भी खराब होती है. 

शराब: शराब को भी हड्डियों का दुश्‍मन माना जाता है. शराब पीने से बोन डेंसिटी स्‍कोर प्रभावित होता है, जो आगे चलकर तमाम बीमारियों का रिस्‍क पैदा कर सकता है. इसके अलावा शराब आपका मोटापा बढ़ाती है, मोटापे को भी आर्थराइटिस की बड़ी वजहों में से एक माना गया है.

चीनी: चीनी का अधिक सेवन भी हड्डियों की हेल्‍थ के लिए नुकसानदायक माना जाता है. ज्‍यादा चीनी खाने से आपका वजन बढ़ता है और इससे आपके लिए आर्थराइटिस ही नहीं, बल्कि अन्‍य बीमारियों का भी रिस्‍क बढ़ता है.

खानपान और लाइफस्‍टाइल में करें ये बदलाव

डॉ. रमाकांन्‍त शर्मा के मुताबिक बेहतर खानपान का खयाल उम्र के हर पड़ाव पर रखना जरूरी होता है, लेकिन 40 के आसपास पहुंच रहे हैं, तो इस मामले में कहीं ज्‍यादा सावधानी बरतनी चाहिए. ऐसे में इन बातों का खयाल रखें-

  • अपने खानपान में भारी यानी गरिष्‍ठ चीजों को बहुत कम कर दें. रोजाना में सादा भोजन खाएं. भोजन में हरी सब्जियों, छाछ, दही, सलाद आदि को शामिल करें.
  • प्रोटीन के लिए सोयाबीन, स्प्राउट्स, दालें, मक्का और बीन्स आदि को खाने में शामिल करें. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए दूध, कच्‍चा पनीर, दही, मखाने आदि चीजों को लें.
  • केले में काफी कैल्शियम होता है, रोजाना कम से कम दो केले जरूर खाएं. इसके अलावा अन्‍य फलों को भी अपनी डाइट में शामिल करें.
  • नट्स को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है. कैल्शियम के अलावा, हड्डियों की बेहतर सेहत के लिए ये काफी अच्‍छा है. 
  • इसके अलावा नियमित रूप से एक्‍सरसाइज करें. इसके लिए आप किसी एक्‍सपर्ट की सलाह ले सकते हैं. फिजिकल वर्कआउट न करना भी हड्डियों से जुड़ी समस्‍याओं को बढ़ाता है.