Navratri Special: 9 स्कीम्स जो बेटियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए चलाती है सरकार, जानिए कैसे मिलता है फायदा
Written By: सुचिता मिश्रा
Thu, Oct 03, 2024 12:41 PM IST
भारत में महिलाओं को शक्ति का स्वरूप माना जाता है. आज से नवरात्रि (Navratri 2024) का पर्व शुरू हो गया है जो शक्ति की उपासना का पर्व है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे बेटियों और महिलाओं से जुड़ी ऐसी 9 स्कीम्स के बारे में जो उन्हें समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए सरकार चलाती है. ये स्कीम्स उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाने में मददगार हैं. आप भी जानिए-
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सुकन्या समृद्धि योजना
बेटियों के भविष्य को सिक्योर करने के लिहाज से सरकार सुकन्या समृद्धि योजना चलाती है. इस स्कीम में मिनिमम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए सालाना जमा किए जा सकते हैं. मौजूदा समय में स्कीम पर 8.2 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है. इस स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश करना होता है और 21 साल बाद आपको रकम मैच्योर होकर मिलती है. इस स्कीम के जरिए पैरेंट्स बेटी की हायर स्टडीज और उसकी शादी वगैरह के लिए अच्छा खासा पैसा जोड़ सकते हैं.
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महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र
महिलाओं की सेविंग्स को बढ़ावा देने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना चलाती है. इस स्कीम पर 7.5 फीसदी के हिसाब से ब्याज दिया जाता है. ये डिपॉजिट स्कीम 2 साल की है यानी इस स्कीम में अधिकतम दो साल के लिए ही पैसा जमा किया जा सकता है. आप भी अपनी पत्नी, बेटी या मां से इस स्कीम में निवेश करवा सकते हैं और उन्हें बेहतर ब्याज दरों का फायदा दिला सकते हैं.
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प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
सरकार की ये स्कीम गर्भवती महिलाओं को मदद देने के लिए चलाई जाती है. इस योजना के तहत सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं को 6,000 रुपए की आर्थिक मदद देती है. सरकार यह पैसा सीधे महिलाओं के बैंक खाते में भेजती है. देश में पैदा होने वाले बच्चे कुपोषित न हों और उनको किसी भी तरह की बीमारी न हो, इस बात को ध्यान में रखते हुए यह योजना शुरू की गई है. 6000 रुपए को सरकार 3 किस्तों में ट्रांसफर करती है. पहले चरण में 1000 रुपए, दूसरे चरण में 2000 रुपए और तीसरे चरण में 2000 रुपए गर्भवती महिलाओं को दिए जाते हैं, वहीं आखिरी 1000 रुपयए सरकार बच्चे के जन्म के समय अस्पताल में देती है.
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लखपति दीदी योजना
इस स्कीम को सरकार एक अभियान की तरह चला रही है ताकि देश की बहनों और बेटियों को आर्थिक स्तर पर मजबूत किया जा सके. भारत सरकार ने इस योजना के जरिए लगभग तीन करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने लक्ष्य तय किया है. लखपति दीदी योजना के तहत सरकार महिलाओं को 5 लाख रुपए तक का लोन देती है. खास बात ये है कि ये लोन इंटरेस्ट फ्री है. इस पैसे से कोई भी महिला अपना बिजनेस शुरू कर सकती है और खुद को आत्मनिर्भर बना सकती है. स्कीम का फायदा लेने के लिए महिला को सबसे पहले किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा. लखपति दीदी योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों (Self Help Group) से जुड़ी महिलाओं को सरकार की ओर से फाइनेंशियल और स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वो आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकें. ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं को तमाम तरह के स्किल्स सिखाए जाते हैं और खुद का बिजनेस शुरू करने के टिप्स भी दिए जाते हैं.
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प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत साल 2016 में की गई थी. इस योजना का मकसद चूल्हों में लकड़ी जला कर और कोयला जलाकर खाना बनाने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना था. इस स्कीम के तहत केंद्र सरकार गरीब परिवार की महिलाओं को रसोई गैस उपलब्ध कराती है, ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों इलाके में रहने वाले बीपीएल परिवार के लोगों को इसका फायदा मिल सके.
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महिला ई-हाट स्कीम
महिला ई-हाट, महिला उद्यमियों के लिए एक ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म है. इस स्कीम के जरिए महिलाएं घर पर रहकर भी कारोबार कर सकती हैं और खुद को आत्मनिर्भर बना सकती हैं. इस स्कीम के जरिए महिलाएं अपने किसी भी प्रकार की प्रोडक्ट ऑनलाइन बेच सकती हैं. इस योजना के माध्यम से भारत सरकार मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया के अंतर्गत कार्य करने व्यवसाय की इच्छा रखने वाली महिलाओं को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए व्यवसाय करने का मौका दे रही है.
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का उद्देश्य बालिका लिंग अनुपात में कमी को रोकना और महिलाओं के सशक्त बनाना है. यह योजना भारत के अलग अलग हिस्सों में चलाई जा रही है. इस योजना के माध्यम से ना केवल बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है बल्कि बेटियों को हायर एजुकेशन के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है. समाज में बेटियों को लेकर रुढ़िवादी सोच में बदलाव लाने में भी ये स्कीम काफी कारगर साबित हुई है.
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महिला समृद्धि योजना
महिला समृद्धि योजना (एमएसवाई) एक माइक्रो फ़ाइनेंस योजना है, जिसके तहत महिलाओं को उद्यमशीलता के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को 1.40 लाख रुपए तक का लोन आसानी से मिल जाता है. ये लोन भी कम ब्याज के साथ दिया जाता है. इस योजना का लाभ ऐसी महिलाओं को दिया जाता है जो पिछड़े वर्ग से संबंधित हो या जिनकी सालाना आय तीन लाख रुपये से कम हो.
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