भारत में मोबाइल फोन कॉल आज हर किसी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि 28 साल पहले आज  यानी 31 जुलाई के दिन ही मोबाइल फोन से पहली कॉल की गई थी. ये कॉल पश्चिम बंगाल के तत्कालीन सीएम ज्योति बसु ने की थी. 28 साल बाद भारत आज टेलिकॉम के सबसे बड़े मार्केट में से एक है. आपको बता दें कि साल 1980 में देश में मोबाइल टेक्नोलॉजी पर काम शुरू हुआ था. 

राइटर्स बिल्डिंग से की थी मोबाइल फोन पर बात

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31 जुलाई 2023 को पश्चिम बंगाल के तत्कालीन सीएम ज्योति बसु ने राइटर्स बिल्डिंग पर स्थित सीएम ऑफिस पहली बार मोबाइल फोन पर बात की थी. उन्होंने तत्कालीन टेलिकॉम मंत्री सुखराम को कॉल किया था. दरअसल ज्योति बसु ने साल 1994 में बीके मोदी से मुलाकात की थी. बी.के मोदी की कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया की कंपनी टेलस्ट्रा के साथ मिलकर भारत की सेलुलर सेवा लॉन्च की थी. ज्योति बसु ने बीके मोदी के साथ मुलाकात कर कलकत्ता को देश का पहला मोबाइल नेटवर्क वाला शहर बनाने की इच्छा जाहिर की थी.  

जुलाई 1995 में पूरा हुआ था मोबाइल नेटवर्क का काम

जुलाई 1995 में कलकत्ता में मोबाइल नेटवर्क का काम पूरा हो गया था. भारत में टेलिकॉम क्रांति का जनक पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को माना जाता है. अटल बिहारी वाजपेयी ने ही देश की पहली टेलिकॉम नीति लाई थी. साल 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का एकाधिकार को खत्म कर दिया था. इसके अलावा फीस की जगह रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल भी लाया गया था. इससे ही सस्ती मोबाइल फोन का दौर शुरू हो गया.

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28 साल बाद देश में 5G नेटवर्क का अब तेजी से विस्तार हो रहा है. पीएम मोदी ने 5जी सेवाओं का शुभारंभ 1 अक्टूबर 2022 को किया था.  केंद्र सरकार ने 31 मार्च, 2023 तक देश के 200 शहरों तक 5G सेवा पहुंचाने का लक्ष्य रखा था, हालांकि यह सेवा अब तक देश के 900 से ज्यादा शहरों तक पहुंच चुकी है.