दिग्गज बैंकर एन.वघुल का निधन, ICICI बैंक की रखी थी नींव, आनंद महिंद्रा ने कहा 'भीष्म पितामह'
N Vaghul Death: बैंकिंग सेक्टर के दिग्गज एन.वाघुल का 88 साल की उम्र में निधन हो गया है. एन वघुल बैंकिंग सेक्टर के कई दिग्गज बैंकों के कई शीर्ष पद पर रहे हैं. जानिए उनकी लाइफ के बारे में दिलचस्प बातें.
N Vaghul Death: बैंकिंग इंडस्ट्री के दिग्गज एन वाघुल का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण शनिवार दोपहर को उन्होंने अंतिम सांस ली है. वघुल ने बैंकिंग उद्योग में कई शीर्ष पदों पर काम किया। उन्हें आईसीआईसीआई को एक सार्वजनिक वित्त संस्थान से एक निजी क्षेत्र के बैंक में बदलने का श्रेय दिया जाता है. इसके अलावा वह महज 44 साल की उम्र में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन बन गए थे.
N Vaghul Death: चेन्नई की प्राइवेट अस्पताल में हुए भर्ती, वेंटिलेटर सपोर्ट में थे एन.वघुल
एन.वघुल कुछ स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण उन्हें चेन्नई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां पर वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. सूत्रों के अनुसार, वाघुल का अंतिम संस्कार आज शाम को चेन्नई में होने की उम्मीद है. उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक में एक अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था. साल 1960 में नौतरी छोड़ दी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग मैनेजमेंट में पढ़ाने लगे. दो साल के अंदर वह पुणे के इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर बन गए.
N Vaghul Death: 44 साल में बन गए थे बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, ICICI बैंक का बनाया CMD
एन.वघुल ने बैंकिंग सेक्टर में वापसी की और 1981 में 44 साल की उम्र में बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बने थे. हालांकि, उन्हें जल्द ही आईसीआईसीआई के सीएमडी के रूप में नियुक्त किया गया था. एन वाघुल 1985 से 11 वर्षों तक आईसीआईसीआई के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रहे हैं. आर्थिक उदारीकरण के बाद देश में उभरे फाइनेंशियल सुपरमार्केट्स का अगुआ वघुल को ही माना जाता है. इसके बाद ही बैंकिंग सेक्टर के कई बैंकों ने कई फाइनेंशियल सर्विस में विस्तार किया है.
N Vaghul Death: 2006 में पद्मभूषण से किया गया था सम्मानित, आनंद महिंद्रा ने कहा भीष्म पितामाह
वाघुल को 2006 में देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. एन.वाघुल के निधन पर उद्योग जगत के कई दिग्गजों ने अपनी श्रद्धांजलि दी है. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने उन्हें भीष्म पितमाह कहा है. साथ ही उन्हें जानने और उनके द्वारा निर्देशित होने पर खुद को धन्य बताया है. बैंकिंग के अलावा उन्होंने कॉर्पोरेट फिलेंथ्रॉफी से जुड़े कई काम किए और प्रथम नाम की संस्था से जुड़े, जो शिक्षा पर काम करती है.