Magh Purnima 2023 Date: माघ पूर्णिमा कल, मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए करें ये काम, करियर में मिलेगी तरक्की
Magh Purnima 2023 Date: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, 27 नक्षत्रों में एक 'मघा' से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति हुई है. इस दिन संगम या फिर गंगा स्नान के बाद दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है.
मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही पानी में गंगा जल मिलाकर ऐसे में आइये जानते हैं माघ पूर्णिमा की तारीख, शुभ मुहूर्त और दान का महत्व.
माघ पूर्णिमा 2023 पूजा मुहूर्त (Magh Purnima 2023 Muhurat) इस बार माघ पूर्णिमा का स्नान और दान 5 फरवरी 2023, दिन रविवार को है. माघ पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ: फरवरी 04, 2023 को रात 09:2 बजे माघ पूर्णिमा तिथि समाप्त: फरवरी 05, 2023 को रात 11:58 बजे माघ पूर्णिमा 2023 सूर्योदय: सुबह 07:07 बजे माघ पूर्णिमा 2023 सूर्यास्त: शाम 06:03 बजे गंगा स्नान का महत्व माघ के महीने में देवता पृथ्वी पर निवास करते हैं. माघ पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने से व्यक्ति पाप मुक्त होकर स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है. माघ पूर्णिमा पर खुद भगवान विष्णु गंगाजल में वास करते हैं इसलिए इस दिन गंगा स्नान का खास महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगाजल के स्पर्श मात्र से शरीर के सारे रोग दूर हो जाते हैं. सारे पापों का नाश हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. माघ पूर्णिमा पूजन विधि- माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करना चाहिए.
- गंगा स्नान संभव न हो तो पानी में गंगा जल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं.
- स्नान के बाद "ऊं नमो नारायण:" मंत्र का जाप करें.
- फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें और सूर्य भगवान की उपासना करें.
- इसके बाद पूजा शुरू करें और भोग में चरणामृत, पान, तिल, मौली, रोली, फल, फूल, कुमकुम, पंचगव्य, सुपारी, दूर्वा आदि चीजें अर्पित करें.
चंद्रमा की पूजा से करियर में लगेंगे चार चांद ऐसी धार्मिक मान्यता है कि माघ पूर्णिमा की रात चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपनी चांद की रोशनी में मां को प्रणाम करें और फिर माता के हाथ से थोड़े से चावल लेकर अपने धनस्थान पर रख दें. इससे करियर में बहुत तरक्की मिलेगी. माघ पूर्णिमा के दिन इन चीजों का करें दान पद्म पुराण के अनुसार, माघ पूर्णिमा वाले दिन गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान के बाद ध्यान और दान से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. इस दिन दान करने का बड़ा महत्व है. इस दिन गोदान, तिल, गुड़ और कंबल दान करना अच्छा माना गया है. इसके अलावा वस्त्र, गुड़, घी, कपास, लड्डू, फल, अन्न आदि चीजों का दान भी किया जा सकता है.