MP Assembly Elections 2023: मध्यप्रदेश की वो 6 वीआईपी सीटें, जिन पर रहेगी सभी की नजर
Madhya Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2023: मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है. आज प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो जाएगा.
Madhya Pradesh Elections 2023: मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है. आज प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो जाएगा. चुनाव के बीच कुछ सीटें ऐसी हैं जिनकी जमकर चर्चा हो रही है. इन सीटों पर सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव में उतरे हैं. आइए आपको बताते हैं ऐसी 6 वीआईपी सीटों के बारे में जिन पर इस समय सभी की नजर है.
बुधनी
सबसे पहले बात करते हैं उस सीट की जहां से खुद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मैदान में उतरे हैं. कांग्रेस ने इस बार सीएम शिवराज के सामने विक्रम मस्ताल को मैदान में उतारा है. हालांकि यहां पर मुकाबला एकतरफा माना जा रहा है. शिवराज को यहां पर हरा पाना काफी मुश्किल है.
छिंदवाड़ा
दूसरी खास सीट है छिंदवाड़ा. यहां से पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने उनके खिलाफ बंटी साहू को मैदान में उतारा है. यहां भी बुधनी की तरह ही मुकाबला एकतरफा माना जा रहा है. यहां भी कमलनाथ को हरा पाना उतना ही मुश्किल है, जितना बुधनी में शिवराज सिंह चौहान को हरा पाना.
इंदौर-1
इस सीट की चर्चा इसलिए है क्योंकि यहां कांग्रेस के संजय शुक्ला का मुकाबला कैलाश विजयवर्गीय के साथ होगा. इंदौर-1 को हॉट सीट माना जा रहा है. यहां साल 2018 में संजय शुक्ला ने चुनाव जीता था. इससे पहले सीट पर बीजेपी का दबदबा था. इस साल भी कांग्रेस और बीजेपी दोनों की ओर से यहां पूरा जोर लगाया जा रहा है. ऐसे में यहां रोमांचक मुकाबला होगा.
दतिया
मध्यप्रदेश की दतिया सीट भी काफी चर्चा में है. इस सीट से बीजेपी के फायरब्रांड नेता नरोत्तम मिश्रा चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं. नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ कांग्रेस के राजेन्द्र भारती चुनाव लड़ रहे हैं. नरोत्तम मिश्रा यहां 2008 से चुनाव जीतते रहे हैं. 2018 में वे करीबी अंतर से चुनाव जीते थे. इस बार नरोत्तम मिश्रा और राजेन्द्र भारती के बीच ये चौथी बार मुकाबला होने जा रहा है. ऐसे में इसे काफी रोमांचक माना जा रहा है.
नरसिंगपुर
नरसिंगपुर सीट को भी काफी खास माना जा रहा है. ओबीसी वोट को टारगेट करने के लिए भाजपा ने इस बार यहां से मोदी सरकार में मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को चुनावी मैदान में उतारा है. वे पहली बार नरसिंहपुर विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले उनके भाई जालम सिंह पटेल यहां से विधायक थे. नरसिंगपुर में प्रह्लाद सिंह पटेल के खिलाफ कांग्रेस से लाखन सिंह पटेल चुनाव लड़ेंगे.
रहली
सागर जिले की रहली विधानसभा सीट इसलिए चर्चा में है क्योंकि यहां से बीजेपी के दिग्गज नेता गोपाल भार्गव नौवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. यह सीट बीजेपी का सबसे मजबूत गढ़ मानी जाती है. गोपाल भार्गव 1985 से 2018 तक यहां लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. कांग्रेस ने इस बार उनके सामने जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल को मैदान में उतारा है.