Lunar eclipse 2023 Time: आज वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) है. इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के तौर पर मनाया जाता है और आज ही के दिन साल 2023 का चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. बुद्ध पूर्णिमा के दिन को सनातन धर्म में बेहद शुभ माना गया है. आज चंद्र ग्रहण और बुद्ध पूर्णिमा का ये संयोग 130 वर्षो बाद बन रहा है. हालांकि आज का चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं है, ये उपच्‍छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) है. बताया जा रहा है कि ये चंद्र ग्रहण भारत में भी देखा जा सकेगा. चंद्र ग्रहण से कुछ घंटे पहले सूतक लग जाते हैं. आइए आपको बताते हैं कि ये ग्रहण दुनियाभर में कहां कहां देखा जा सकेगा.

भारत के लोग कैसे देखेंगे चंद्र ग्रहण (How to see in India)

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आज का चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा. माना जा रहा है कि अगर आसमान साफ रहा तो ये ग्रहण भारत में भी दिखेगा. इसे पूरे भारत में देखा जा सकेगा. सूर्य ग्रहण की तरह चंद्र ग्रहण को देखने के लिए खास उपकरणों की जरूरत नहीं पड़ती. हालांकि टेलिस्‍कोप की मदद से आप इस ग्रहण को ज्‍यादा अच्‍छी तरह से देख पाएंगे. नासा समेत कई संस्थान भी इस चंद्र ग्रहण का लाइवस्ट्रीम और रिकार्डेड वीडियो भी चलाएंगे. आप इन वीडियोज के जरिए भी ग्रहण देख सकते हैं.

चंद्र ग्रहण और सूतक का समय (Lunar Eclipse and Sutak Timings)

भारतीय समय के अनुसार ये चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan on Buddha Purnima 2023) रात के 8:45 से प्रारंभ होगा और देर रात 01:02 बजे समाप्त होगा. ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं, लेकिन उपच्‍छाया चंद्र ग्रहण में सूतक के नियम मान्‍य नहीं होते क्‍योंकि इसे वास्‍तविक चंद्र ग्रहण नहीं माना जाता. इसलिए भारत में इस चंद्र ग्रहण से पहले सूतक के नियम लागू नहीं होंगे.

क्‍या होता है सूतक काल (What is Sutak Kaal)

सूतक काल को शास्‍त्रों में अशुभ काल माना गया है. सूतक काल को लेकर मान्‍यता है कि उस समय में वातावरण में नकारात्‍मकता मौजूद होती है. हर तरफ अशुद्धि होती है. इस कारण से सूतक काल में देवताओं के पूजा-पाठ की भी मनाही होती है. खाने-पीने की मनाही होती है, किसी भी शुभ काम को करने की मनाही होती है. गर्भवती महिला और उसके बच्‍चे को ग्रहण के नकारात्‍मक प्रभाव से बचाने के लिए सूतक काल में विशेष नियमों को पालन करने की सलाह दी जाती है.

ग्रहण काल में करें ये काम (Do these works during Grahan)

ज्‍योतिषाचार्य का कहना है कि ये ग्रहण बेशक उपच्‍छाया ग्रहण है, लेकिन फिर भी ग्रहण काल में कुछ काम करना बहुत शुभ माना जाता है. इसलिए आप ग्रहण काल के समय अपने इष्‍ट देव के मंत्र का जाप करें. इसके अलावा चंद्र ग्रहण के समय आप दूध, चावल, चीनी, सफेद वस्‍त्र, सफेद मिठाई, सात तरह का अनाज, काला तिल, नारियल आदि किसी भी चीज को दान का संकल्‍प लेकर अलग रख दें. इसके बाद आप इसे अगले दिन स्‍नान के बाद किसी जरूरतमंद को दान कर दें.

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