Women's Health Checkup after 40: महिलाओं में उम्र के साथ हेल्थ से जुड़ी परेशानियां भी बढ़ने लगती है. इसके लिए जरूरी है कि आप समय रहते अपनी हेल्थ पर ध्यान दें और जरूरी टेस्ट करवाने में लापरवाही न करें. अगर आप सही समय पर टेस्ट करवाती हैं तो बीमारी का जल्दी पता लग जाएगा और इलाज संभव हो पाएगा. तो चलिए आज आपको बताते हैं  कि महिलाओं को 40 के बाद कौन से टेस्ट करवाने चाहिए. समय से कराएं जरूरी टेस्ट महिलाओं में 40 के बाद स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां बढ़ने लगती हैं. उनके शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes) होने लगते हैं. जिसके कारण उन्हें शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि सही डायट लें और जरूरत के हिसाब से टेस्ट करवा लें, ताकि बीमारी गंभीर होने से पहले आपका इलाज हो सके. Pelvic Examination and Pap Smear:

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

40 वर्ष क उम्र तक पहुंचने के बाद, पेल्विक जांच, पैप स्मीयर और एचपीवी टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. भारत में अधिकांश महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर मृत्यु का एक प्रमुख कारण है. इस बजट-2024  में भी सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण को बढ़ाने की घोषणा की गई है.  सर्वाइकल कैंसर, महिलाओं में वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ता कैंसर है, जिसके कारण हर साल लाखों महिलाओं की मौत हो जाती है. Complete Breast Examination, Mammogram:

ब्रेस्ट कैंसर भारत में मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है.  उम्र के साथ ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है, इसलिए हर महिलाओं को मैमोग्राम/अल्ट्रा सोनोग्राफी करानी चाहिए. समय पर अगर इस बीमारी का पता लग जाए तो सही इलाज मिलना संभव हो पाता है. अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर का इतिहास रहा है तो इसका खास ध्यान रखें. Bone Mineral Density Test:

यदि आप एक महिला हैं, तो पुरुषों की तुलना में आपको ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा ज्यादा होता है. ऐसा हार्मोन एस्ट्रोजन के घटते स्तर के कारण होता है जो महिलाओं में हड्डियों की समस्या पैदा करता है. Thyroid Test आज के समय में  थायराइड की समस्या बढ़ गई है. महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायराइड का रिस्क ज्यादा होता है. लगातार वजन बढ़ना या घटना थायराइड का एक कारण हो सकता है.  इस पता लगाने के लिए थायराइड प्रोफाइल टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. इस टेस्ट को साल में एक बार जरूर कराने की डॉक्टर सलाह देते हैं. अगर इस बीमारी का सही समय पर पता लग जाए तो इसे कंट्रोल करना आसान होता है. CBC Test आजकल ज्यादातर महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी देखने को मिलती है. हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में कई तरह की बीमारी का खतरा बना रहता है. इसलिए महिलाओं को सीबीसी टेस्ट जरूर कराना चाहिए. इसके जरिए प्लेटलेट्स, प्लाज्मा और हीमोग्लोबिन के लेवल का पता चल जाता है. Genetic Screening Genetic Test में जेनेटिक बीमारियों का पता लगाया जाता है. इसमें ब्लड सैंपल का एनालिसिस किया जाता है. अगर परिवार में किसी को कोई जेनेटिक बीमारी है तो जन्म लेने वाले छोटे बच्चों का टेस्ट कराकर इस बीमारी के बारे में फौरन पता लगाया जा सकता है.