23 अक्टूबर को Dhanteras और 24 अक्टूबर को बड़ी Diwali, फिर किस दिन होगी नरक चौदस ? यहां दूर करें ये कन्फ्यूजन
धनतेरस के बाद और दिवाली से पहले नरक चतुर्दशी होती है. लेकिन इस बार धनतेरस के बाद दिवाली है, ऐसे में नरक चौदस किस दिन मनाई जाएगी ? पंडित जी से जानें नरक चौदस के दीप दान व दिवाली के लक्ष्मी पूजन के समय के बारे में.
दिवाली बहुत बड़ा त्योहार है और देश के तमाम हिस्सों में इसे धूमधाम से मनाया जाता है. पांच दिनों के इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस के दिन से होती है. धनतेरस (Dhanteras) के अगले दिन छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी (Naraka Chaturdashi), फिर दिवाली (Diwali) मनाई जाती है. दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है और इसके अगले दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. इस तरह से पांच दिनों के इस त्योहार का समापन होता है.
लेकिन इस बार 23 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा और 24 अक्टूबर को बड़ी दीपावली. ऐसे में लोग कन्फ्यूज हैं कि आखिर छोटी दिवाली यानी नरक चौदस किस दिन है और कब नरक चतुर्दशी का चौमुखी दीपक जलाया जाएगा. अगर आप भी इन तिथियों को लेकर कन्फ्यूज हैं तो यहां आपका सारा कन्फ्यूजन दूर हो जाएगा.
एक ही दिन मनाई जाएगी नरक चौदस और दिवाली
इस मामले में ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि धनतेरस का पर्व हमेशा त्रयोदशी तिथि को होता है. इसलिए इसे 23 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा. लेकिन कन्फ्यूजन इसलिए हुआ है क्योंकिकि धनतेरस के अगले दिन नरक चौदस होती है, लेकिन इस बार दीपावली है. ऐसे में आपको भ्रमित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप नरक चौदस धनतेरस के अगले दिन ही मनाएंगे और उसी दिन बड़ी दीपावली का पर्व भी मनाया जाएगा.
एक दिन मनाए जाने की वजह भी जानें
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 04 मिनट से नरक चतुर्दशी लग जाएगी जो 24 अक्टूबर को शाम 05:27 तक रहेगी. चूंकि उदया तिथि के हिसाब से नरक चतुर्दशी 24 अक्टूबर को है, इसलिए इसे उसी दिन मनाया जाएगा. वहीं 24 अक्टूबर की शाम 05:28 मिनट से अमावस्या शुरू हो जाएगी, जो 25 अक्टूबर को शाम 04:18 मिनट तक रहेगी. अगले दिन सूर्य ग्रहण है और उस दिन त्योहार नहीं मनाया जा सकता, इसलिए अमावस्या की पूजा यानी बड़ी दिवाली का पर्व भी 24 अक्टूबर को ही होगा.
नरक चौदस के दीपदान और दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का समय
नरक चतुर्दशी का चौमुखी दीपक जलाने का शुभ समय शाम 5 बजे से 6 बजे तक रहेगा. शाम को 06 बजकर 43 मिनट से दिवाली की पूजा का अति शुभ समय शुरू हो जाएगा, जो रात 08 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. दिवाली का शुभ समय रात 08 बजकर 40 मिनट से 10:43 मिनट तक रहेगा. दिवाली की पूजा के बाद पूरे घर को दीपदान से रोशन करें. किसी विशेष कार्य सिद्धि के लिए रात में पूजा का शुभ समय 01:21 मिनट से 03:36 मिनट तक रहेगा.