मेटाबॉलिज्म स्लो होने पर वजन बढ़ना शुरू होता है. और इसी के साथ स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियां पेश आती हैं. हाई कोलेस्ट्रॉल, थकान और जोड़ों में दर्द जैसी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. लेकिन मेटाबॉलिज्म कम होता क्यों है? आइये जानते हैं इसकी वजह.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खाने का रुटीन न होना 

कई बार लोग खाने का रूटीन मेन्टेन नहीं करते. देर तक खाना खाने की आदत या फिर कई लंबे समय तक कुछ भी न खाना. इस तरह शरीर का मेटाबॉलिज्म कम हो सकता है. इसलिए खाने के बीच बहुत ज्यादा लंबा गैप न रखें. इसके अलावा अलग अलग समय पर मिल्स लेना भी शरीर के लिए सही नहीं होता. लंच डिनर और ब्रेकफास्ट के टाइम फिक्स होना चाहिए. कई लोग ब्रेकफास्ट भी स्किप कर देते हैं. लेकिन ब्रेकफास्ट इंसान के दिन का सबसे जरूरी मील कहा जाता है. 

प्रोटीन न लेना 

जंक फूड का इन्टेक बढ़ना और प्रोटीन की मात्रा कम होने से शरीर का मेटाबॉलिज्म भी कम होता है. इसलिए रोजाना प्रोटीन से भरपूर फूड्स का सेवन करना जरूरी है.  प्रोटीन न लेने से मेटाबॉलिज्म धीरे हो जाता है. दालों और प्रोटीन से भरपूर भोजन की संख्या आप अपने खाने में बढ़ा सकते हैं.

कम खाना लेना 

कई बार लोग वजन कम करने के चक्कर में कम खाना खाते हैं.लेकिन ऐसा करने से आपका मेटाबॉलिज्म दरअसल कम हो जाता है. इसलिए डाइट का हमेशा बैलेंस रहना जरूरी है.

 

नींद पूरी न होना 

नींद शरीर के लिए बेहद जरूरी है. पूरी नींद न लेने के कारण शरीर की सेल्स को रिपेयर होने का समय भी नहीं मिलता. ये सेल्स बाल बनने, स्किन रिपेयर करने वाली भी होती हैं. साथ ही साथ डाईजेशन की प्रोसेस बेहद स्लो हो जाती है. और इसका असर मेटाबॉलिक रेट पर भी पड़ती है.