मंदिर की आकृति से लेकर रामचरितमानस की झलकियों वाली डिजाइन तक, बाजार में छाईं राम मंदिर थीम वाली साड़ियां
Ram Mandir Banarasi Saree: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले महिलाओं में राम मंदिर थीम पर बनी बनारसी साड़ियों का क्रेज बढ़ता जा रहा है. साड़ी के बॉर्डर पर ‘श्री राम’, आंचल पर सरयू की डिजाइन बनाई गई है.
अयोध्या में राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है. 22 जनवरी के शुभ दिन को और खास बनाने के लिए देश के कोने-कोने से आम जनता विशेष वस्तुएं भेज रही है. वहीं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम मंदिर की ‘थीम’ पर बनी बनारसी साड़ियां फैशन की दुनिया में धूम मचा रही है. बुनकरों को साड़ियों पर विभिन्न डिजाइन के लिए ‘ऑर्डर’ मिले हैं, जिनमें साड़ियों के पल्लुओं पर राम मंदिर की आकृति, भगवान राम के जीवन से जुड़ी जानकारी वाले डिजाइन शामिल हैं. जानें क्या है राम मंदिर थीम पर बनी इस बनारसी साड़ी की खासियत.
रामचरितमानस के 500 चित्र साड़ी में
बुनकर इन साड़ियों के पल्लुओं को सुंदर बनाने के लिए काम कर रहे हैं. साड़ियों के पल्लुओं पर राम मंदिर की आकृति, भगवान राम के जीवन से जुड़ी जानकारी वाले डिजाइन शामिल हैं. इस बनारसी साड़ी के आंचल पर राम मंदिर और बॉर्डर पर सरयू की डिजाइन बनाई गई है. Silk साड़ी में तुलसीदास के रामचरितमानस में वर्णित घटनाओं के 500 चित्र शामिल हैं. साड़ी का 'पल्लू' 'राम दरबार' को दर्शाता है और उस पर भगवान राम का नाम लिखा गया है.
तीन तरह की साड़ियां
राम मंदिर की ‘थीम’ पर तैयार की जा रही साड़ियों के प्रकार के बारे में बताते हुए बुनकर अनीसुर रहमान ने कहा कि एक प्रकार की साड़ियों के पल्लू पर राम मंदिर का शिलालेख होता है, ये साड़ियां लाल और पीले रंग में बनाई जा रही हैं और शिलालेख सुनहरे रंग में है. दूसरी तरह की साड़ियां कई रंगों में उपलब्ध हैं और उनके बॉर्डर पर ‘श्री राम’ लिखा हुआ है. तीसरे प्रकार की साड़ियों पर भगवान राम के बचपन से लेकर रावण वध तक उनके जीवन के विभिन्न चरणों को दर्शाया गया.
हथकरघे पर तैयार होती है साड़ी
प्योर रेशम से बनी साड़ी पर पूरा काम हाथ से किया गया है. हथकरघे पर ही पूरी साड़ी तैयार की जाती है. इसे तैयार करने में दो महीने से ज्यादा का वक्त लगता है. 18 कारीगर मिलकर एक साड़ी तैयार करते हैं. वाराणसी के व्यवसायी अयोध्या silk साड़ी पर रामचरितमानस की डिज़ाइन बना रहे है.
साड़ियों की कीमत
पीली कोठी क्षेत्र के एक अन्य बुनकर मदन ने कहा कि पल्लू पर ‘राम दरबार’ के चित्रण वाली साड़ियों की भी काफी मांग है. हमारे पास राम मंदिर-थीम वाली साड़ियों के लिए अमेरिका से भी दो ऑर्डर मिले हैं. उन्होंने कहा कि इन साड़ियों की कीमत सात हजार रुपये से शुरू होकर एक लाख रुपए तक है.