कैसे आपके शरीर में होती है कैंसर की शुरुआत, एक्सपर्ट ने बताए हैं ये लक्षण…
फोर्टिस अस्पताल के डॉ. सुहैल क़ुरैशी का कहना है कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर इसकी पहचान शुरुआत में ही कर ली जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है. उन्होंने कैंसर के शुरुआती लक्षण के बारे में भी बताया है.
कैंसर की बीमारी इसलिए खतरनाक मानी जाती है क्योंकि ये शरीर में बहुत चुपके से विकसित होती है. इसके लक्षण शुरुआत में लोग पहचान नहीं पाते और जब तक लक्षणों की पहचान होती है, तब तक बीमारी तीसरे या चौथे स्टेज पर पहुंच जाती है और मरीज के लिए स्थिति जानलेवा हो जाती है. अगर हम शुरुआत से ही इसके लक्षणों को पहचान लें तो इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है और मरीज की जिंदगी को बचाया जा सकता है. फोर्टिस अस्पताल के अतिरिक्त निदेशक एवं मेडिकल ऑन्कोलॉजी के प्रमुख डॉ. सुहैल क़ुरैशी से जानिए इस बारे में-
कई तरह के होते हैं कैंसर
डॉ. सुहैल कुरैशी का कहना है कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर इसकी पहचान शुरुआत में ही कर ली जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है. उन्होंने कैंसर के शुरुआती लक्षण के बारे में बताया कि पहले हमें ये समझना होगा कि कैंसर कई तरह के होते हैं और अलग-अलग कैंसर में अलग-अलग लक्षण सामने आते हैं. कई बार ये लक्षण बेहद सामान्य से लगते हैं, इसलिए मरीज इन्हें सामान्य समस्या मान लेते हैं. लेकिन अगर हम थोड़ा सा अलर्ट रहें तो इन लक्षणों को पहचान सकते हैं.
कैंसर में इस तरह के लक्षण आते हैं सामने
डॉ. कुरैशी ने बताया कि फूड पाइप के कैंसर में आमतौर पर देखा जाता है कि खाना अटक जाता है. खाना नीचे न जा पाना, पानी का नीचे न जा पाना, खाने को निगलने में दिक्कत होना, खून की उल्टी होना, वजन का कम होना, उल्टी होना, भूख का कम लगना, यह सब पेट के कैंसर के लक्षण होते हैं. वहीं महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर की बात करें तो इसमें ब्रेस्ट कैंसर में गांठ हो सकती है या ब्रेस्ट के निपल से कुछ डिस्चार्ज होना, ब्रेस्ट के निप्पल का लाल हो जाना, एक ब्रेस्ट का साइज दूसरे ब्रेस्ट से अलग होना आदि लक्षण शुरुआत में देखने को मिल सकते हैं. डॉ. कुरैशी का कहना है कि शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ महसूस होना, सूजन आना, बगैर किसी कारण के वजन घटना जैसे लक्षण कैंसर के हो सकते हैं. हालांकि ये लक्षण अन्य बीमारियों के भी हो सकते हैं. इसलिए आप इन लक्षणों को लेकर परेशान न हों, बस अलर्ट रहें और विशेषज्ञ से सलाह लें.
शुरुआती लक्षण दिखें तो डॉक्टर की सलाह से कराएं जांच
उन्होंने कहा, कैंसर कई प्रकार के होते हैं. कुछ कैंसर बहुत तेजी से फैलते हैं, जिनका उपचार जल्दी करना पड़ता है. कुछ कैंसर बहुत धीमी रफ्तार से फैलते हैं जिनका ओरल टेबलेट के जरिए भी उपचार किया जा सकता है. आमतौर पर कैंसर के प्रकार इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि आप शरीर के किस अंग की बात कर रहे हैं. कैंसर के शुरुआती लक्षण किसी मरीज में देखे जाने पर उसे सबसे पहले इस बात की पुष्टि करनी चाहिए कि ये कैंसर है भी या नहीं. इसके लिए पूरी बॉडी का स्कैन कराना होगा. इसमें बीमारी के स्तर का पता चलता है कि बीमारी कहां-कहां फैली हुई है. इसके अलावा, बायोप्सी टेस्ट भी किया जाता है, जिससे मरीज में कैंसर की पुष्टि होती है. इससे यह भी पता चल जाता है कि शरीर में किस प्रकार का कैंसर है.
बायोप्सी से कैंसर नहीं फैलता, ये सिर्फ मिथ है
उन्होंने आगे कहा, लोगों के बीच में एक गलतफहमी फैली हुई है कि बायोप्सी करने से कैंसर फैल जाता है. लेकिन, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. हां, कुछ कैंसर ऐसे होते हैं, जिसमें हमें बायोप्सी की जरूरत नहीं पड़ती है. इसमें हम ब्लड टेस्ट के जरिए यह पता लगा लेते हैं कि शरीर में कैंसर है या नहीं. इस जानलेवा बीमारी के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि कुछ कैंसर काफी अग्रेसिव होते हैं तो ऐसे में इस बात की संभावना रहती है कि वे शरीर पर दोबारा अटैक कर दे. इसलिए ठीक होने के बाद भी आपको समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए. आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेते रहना चाहिए.
बचाव के लिए ये तरीके आजमाएं
कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए सबसे पहले जरूरी है कि हम अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें. स्मोकिंग, अल्कोहल, पान मसाला जैसी चीजें कैंसर का जोखिम बढ़ाती हैं, इनसे पूरी तरह से परहेज करें और हेल्दी फूड को डाइट का हिस्सा बनाएं. इसके अलावा समय-समय पर अपने डॉक्टर से परामर्श लेते रहें.