आज कल देर रात तक जागना लोगों की आदत बन चुका है. इसका सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन है. लोग देर रात तक रील्‍स, वीडियोज और चैटिंग वगैरह में लगे रहते हैं. अगर आपको भी मोबाइल की ऐसी लत लग गई है जिसके कारण आप हर रोज देर रात तक जागते रहते हैं तो सावधान हो जाइए क्‍योंकि ये आदत आपको बीमार बना सकती है. यहां जानिए इसके क्‍या नुकसान हैं और कैसे इस आदत से बचा जाए.

तमाम मानसिक समस्‍याएं घेर सकती हैं

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विशेषज्ञों की मानें तो नींद के दौरान शरीर खुद को रिपेयर करने का काम करता है. लेकिन देर रात तक जागने के कारण नींद की साइकिल गड़बड़ा जाती है और और इसका असर हमारी सेहत पर पड़ता है. डॉक्‍टर्स की मानें तो समय से नींद न लेने से जब शरीर की नेचुरल रिपेयरिंग साइकिल गड़बड़ाने लगती है तो पाचन से जुड़ी तमाम समस्‍याएं, स्‍ट्रेस, एंग्‍जाइटी, डिप्रेशन, बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी तमाम मानसिक समस्‍याएं आपको घेर सकती हैं.

हॉर्मोनल दिक्‍कतें सामने आती हैं

इतना ही नहीं, आधी रात तक जागते रहने से शरीर की सर्कैडियन रिदम बिगड़ जाती है. इसके कारण हमारे शरीर में हार्मोनल समस्‍याएं बढ़ती हैं, पाचन गड़बड़ाता है और शरीर के तापमान में बदलाव होने लगता है. अगर आप रोजाना में देर तक जागने के आदी हैं, तो इससे आपकी एकाग्रता पर भी बुरा असर पड़ता है और तमाम चीजों पर फोकस करने में समस्‍या आती है. इसके अलावा याद्दाश्‍त कमजोर होने लगती है. नींद की कमी से मेटाबॉलिज्‍म गड़बड़ाता है और इसके कारण आपका वजन बढ़ सकता है. इसके साथ ही इम्‍युनिटी कमजोर हो जाती है. 

जानिए इस आदत को कैसे बदलें

  • हर दिन सोने का समय निर्धारित करें. इससे आप अपनी स्‍लीप साइकिल को सुधार सकते हैं.
  • सोने से पहले ऐसी कोई एक्टिविटी करें, जिससे आपका मन शांत रहे जैसे कोई किताब पढ़ना, हल्‍की स्‍ट्रेचिंग या ध्‍यान जिससे शरीर को ये संकेत पहुंचे कि अब आराम करने का समय है.
  • सोने से करीब 1 घंटे पहले स्‍क्रीन से दूरी बना लें. खासतौर पर ब्‍लू लाइट वाले इलेक्‍ट्रॉनिक सामान से दूरी बनाएं.
  • रात का खाना हल्‍का खाएं जो आसानी से पच सके.