Seasonal Influenza पर सरकार अलर्ट, दूध और मीट को लेकर जारी किया ये निर्देश
सीजनल इन्फ्लूएंजा पर सरकार ने अलर्ट जारी किया है. रविवार को सभी DG हेल्थ सर्विसेज ने महाराष्ट्र के एनिमल हसबेंड्री विभाग के साथ बैठक की. इस बैठक में सभी राज्यों को प्रोटोकॉल से इलाज के निर्देश दिए गए हैं.
Seasonal Influenza: सीजनल इन्फ्लूएंजा पर सरकार ने अलर्ट जारी किया है. रविवार को सभी DG हेल्थ सर्विसेज ने महाराष्ट्र के एनिमल हसबेंड्री विभाग के साथ बैठक की. इस बैठक में सभी राज्यों को प्रोटोकॉल से इलाज के निर्देश दिए गए हैं. बच्चों, बुजुर्ग और पहले से मौजूद बीमारी वाले मरीजों के लिए विशेष तैयारी रखने के निर्देश दिए गए है. आईसीएमआर मुख्यालय, आईसीएमआर-एनआईवी पुणे, सीएसयू आईडीएसपी, राज्य निगरानी इकाई, जिला निगरानी इकाई, नासिक के अधिकारियों और मालेगांव के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया था. बैठक में कहा गया कि दूध उबाल कर ही पिएं और मीट और पोल्ट्री प्रोडक्ट को अच्छी हाइजेनिक जगह से खरीद तरीके से पका कर खाएं.
2009 में इन्फ्लूएंजा H1N1 का पहला मामला आया सामने
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मौसमी इन्फ्लूएंजा की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है. मौसमी इन्फ्लूएंजा छोटे बच्चे और बूढ़े व्यक्ति को जल्दी हो जाता है. मौसमी इन्फ्लूएंजा एक तीव्र श्वसन संक्रमण है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है जो दुनिया के सभी हिस्सों में फैलता है, और वैश्विक स्तर पर कुछ महीनों के दौरान मामलों में वृद्धि देखी जाती है. 2009 में इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 का पहला मामला सामने आने के बाद से, हर साल भारत में इस मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामले देखने को मिलते हैं.
मांस पर्याप्त तापमान पर पका कर खाएं
संयुक्त राज्य अमेरिका के विभिन्न राज्यों में मवेशियों और दूध में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का पता लगाने के संबंध में मीडिया में विभिन्न रिपोर्टों के मद्देनजर, मौसमी इन्फ्लूएंजा की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के लिए 28 अप्रैल 2024 को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक की अध्यक्षता में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी. महाराष्ट्र में पशुपालन आयुक्त, आईसीएमआर मुख्यालय के अधिकारी, आईसीएमआर-एनआईवी पुणे, सीएसयू आईडीएसपी, राज्य निगरानी इकाई, जिला निगरानी इकाई, नासिक और मालेगांव के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया. विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि, दूध को हमेशा उबाल कर पीएं और मांस को पर्याप्त तापमान पर पकाने पर पका कर खाएं.
मंत्रालय की वेबसाइट पर मिलेगी जानकारी
MOHFW ने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को रोगियों के इलाज के लिए प्रोटोकॉल और वेंटिलेटरी प्रबंधन पर दिशानिर्देश जारी किए हैं, जो मंत्रालय की वेबसाइट (www.mohfw.nic.in) और NCDC (ncdc) पर भी उपलब्ध हैं. MOHFW ने राज्य सरकारों को H1N1 मामलों से निपटने वाले स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के टीकाकरण के लिए भी सलाह दी है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मौसमी और एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पर भी निगरानी रखी जा रही है.
इन्फ्लूएंजा कैसे फैलता है?
फ्लू से पीड़ित किसी व्यक्ति की खांसी या छींक से निकलने वाली छोटी-छोटी बूंदों में सांस लेने से इन्फ्लूएंजा फ्लू फैलता है.
इन्फ्लूएंजा के लक्षण क्या है?
- सिर दर्द होना
- थकान महसूस होना
- उल्टी आना
- खांसी होना
- बंद नाक या नाक बहना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- गला खराब होना