सर्दियों में कर रहे हैं गीजर का इस्तेमाल तो जरूर जान लें ये बातें, नहीं होंगे किसी बड़े हादसे का शिकार
सर्दियां शुरू हो गई हैं और लोगों ने गीजर का इस्तेमाल करना भी शुरू कर दिया है. लेकिन कुछ बातें जानना जरूरी है जिससे गीजर से होने वाली दुर्घटना से बचा जा सके.
ठंड का मौसम शुरू हो गया है और ऐसे में ठंडे पानी से नहाना किसी सजा से कम नहीं होता. इसी के चलते लोग घर में गीजर लगा लेते हैं ताकि गरम पानी के सहारे आराम से नहाया जा सके. गीजर सर्दी के मौसम में काफी मदद करता है. मार्केट में चार अलग-अलग तरह के गीजर मिलते हैं जिसमें इलेक्ट्रिक वॉटर गीजर, इंस्टेंट वॉटर गीजर, स्टोरेज गीजर,गैस गीजर शामिल होते हैं. इन गीजर में सुरक्षा, सावधानियां और रखरखाव अलग- अलग तरीकों के होते हैं. लेकिन कई बार गीजर के साथ लापरवाही होने पर बड़ा हादसा हो सकता है, जैसे ज्यादातर गीजर ब्लास्ट होने के चांसेस होते हैं. चलिए जानते हैं सर्दियों के इस मौसम में इस्तेमाल होने वाले गीजर का रखरखाव कैसे किया जा सकता है जिससे कोई हादसा न हो सके.
सही टेंपरेचर सेट करें
गीजर का यूज करते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि गीजर का टेंपरेचर सही सेट हो, क्योंकि ज्यादा तापमान रखने से पानी जरूरत से ज्यादा गरम हो जाता है और साथ ही ज्यादा बर्बाद भी होता है. इसलिए समय से अपने गीजर का तापमान चेक करते रहें. गीजर का टेंपरेचर 45-40 डिग्री के बीच रखें तो अच्छा होगा.
ज्वलनशील चीजों से दूरी पर रखें
गीजर को पेट्रोल, डीजल या माचिस जैसी चीजों से दूर रखें, वैसे तो इन चीजों का इस्तेमाल बाथरूम में होता नहीं हैं लेकिन अगर कर भी रहें हैं तो गीजर से दूर रखें. टोनर, एसिड को भी ज्वलनशील चीजों में शामिल किया जाता है, अगर ये गीजर के नजदीक होंगे तो हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है.
वेंटिलेशन है जरूरी
घर में गीजर लगाते समय इस बात का ख्याल रखें की घर में वेंटिलेशन जरूर हो, अगर वेंटिलेशन नहीं है तो बाथरूम में वेंटिलेशन की अच्छी व्यवस्था करें. बता दें कि पानी गर्म करते समय कई गीजर गैस रिलीज करते हैं जिसकी वजह से वेंटिलेशन होना जरूरी है वरना दुर्घटना हो सकती है.
समय पर करवाएं सर्विसिंग
अगर आपका गीजर पुराना है तो बिना सर्विसिंग कराए इसका इस्तेमाल न करें, साथ ही सर्दियों में भी हर छह महीने में इसकी सर्विसिंग कराते रहें. सर्विसिंग कराने से अगर गीजर में कोई समस्या है तो उसका पता पहले चल जाएगा और किसी दुर्घटना के होने से बचा जा सकता है.