किसी भी टाइम पर न खाएं फल, जान लीजिए फ्रूट्स खाने का सही तरीका और समय क्या है
लाने को तो हम बाजार से सारे फल ले आते हैं पर क्या हमें सही तरीके से फल खाना आता है? आइए जानते है कि क्या है फल खाने का सही तरिका और सही समय.
सदिर्यों का मौसम है और लोगों को बाजारों में फल के बहुत सारे ऑप्शनस मिल जाते हैं. लाने को तो हम बाजार से सारे फल ले आते हैं पर क्या हमें सही तरीके से फल खाना आता है? क्या हम जानते है कि फल किस समय खाना चाहिए? क्या हमें फल नाश्ते के समय खाना चाहिए या फिर फलों के लिए शाम का समय ठीक है? क्या हम दो या तीन फलों को एक साथ खा सकते है या फिर फलों को एक साथ खाना हानिकारक है? आइए जानते है कि क्या है फल खाने का सही तरिका और सही समय.
क्या कहता है आयुर्वेद?
कई लोगों को नाश्ते में फल खाना पसंद होता है. फल वैसे तो काफी पोषक तत्वों से भरे होते हैं जैसे की विटामिन, खनिज, फाइबर और कार्बोहाइड्रेटस. लेकिन फलों को सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए, फल खाली पेट खाना नुकसानदायक हो सकता हैं. आयुर्वेद के अनुसार सुबह 6 से 10 के बीच का समय हमारे शरीर का कफ काल होता है. इस समय हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम काफी धीरे काम करता है. फल मीठे, खट्टे और कसैले स्वाद के होते हैं. फल ठंडे भी होते हैं. फलों में कफ के समान गुण होते हैं और खाली पेट इनका सेवन करने से कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसके अलावा फलों में फाइबर और फ्रुक्टोज होता है, जिन्हें खाली पेट खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम0 और भी ज्यादा धीरे काम करने लगता है.
कैसे खाएं नाश्ते में फल?
अगर आप उन लोगों में से है जिनका नाश्ता फलों के बिना नहीं होता तो फिर आप फल खाते समय उसमें दालचीनी या सोंठ जैसे मसाले मिलाकर खाएं. इस बात का भी ध्यान रखें कि मौसम कैसा है. अगर सुबह मौसम ठंडा है तो फल खाने से बचें.
फलों को न करें खाते समय मिक्स
हमारे शरीर में और किसी खाने की तुलना में फल सबसे जल्दी डाइजेस्ट होते हैं. फलों को जब अन्य चीजों के साथ मिलाकर खाया जाता हैं तो इससे शरीर में कई तरह के विषाक्त पदार्थ बनने लगते हैं. जो की डाइजेशन को धीरे कर सकते हैं. हमे कभी भी मीठे फलों को खट्टे फलों के साथ नहीं खाना चाहिए. फल खाने का तरीका ऐसा होना चाहिए की हम मीठे फलों को मीठे के साथ और खट्टे फलों को खट्टे के साथ खाएं.
क्या फल खाने के तुरंत बाद पानी पी सकते हैं?
कई लोग फल खाने के तुरंत बाद पानी पी लेते हैं. फल खाने के तुरंत बाद पानी पीने से डाइजेस्टिव सिस्टम का पीएच लेवल असंतुलित होने लगता है. ये खासकर के तब होता है जब हम ऐसे फलों का सेवन करते हैं जिसमें पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा, संतरा आदि. ज्यादा पानी वाले फल पेट में एसिडिटी को कम कर देते हैं जिससे की पीएच लेवल में बदलाव आ जाता है जो की हानिकारक है.
फलों के छिलके में भी होते है कई पोषक तत्व
कई फल होते है जिनको बिना छिले भी खाया जा सकता है. लेकिन आजकल लोग हर फल को छिल कर ही खातें है. फल का सबसे फायदेमंद हिस्सा उसका छिलका ही होता है. छिलके में कई जरुरी विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं. फलों के छिलके नहीं खाने से कई लोगों को उसका फायदा नहीं मिल पाता हैं.
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