Dengue Fever: दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामले, नवंबर में आ गए 1,420 मामले, जानें लक्षण, इलाज और बचाव के उपाय
Dengue Fever: दिल्ली में डेंगू फीवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. नवंबर में डेंगू के 1400 से भी अधिक मामले सामने आए हैं. आइए जानते हैं इससे कैसे बचाव बो सकता है.
Dengue Fever: देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. नवंबर में डेंगू के 1,400 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसे मिलाकर इस साल अभी तक डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर लगभग 3,600 हो गई है. एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 25 नवंबर तक Dengue के कुल मरीजों की संख्या 3,323 थी, जो कि 2 दिसंबर तक 272 नए मामलों के सामने के आने के बाद और बढ़ चुके हैं. इस साल अक्टूबर में डेंगू के 1,238 मामले दर्ज किए गए. हालांकि दिसंबस में अभी तक Dengue का कोई मामला सामने नहीं आया है.
दिल्ली नगर निगम (MCD) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल शहर में मलेरिया के 236 और चिकनगुनिया के 44 मामले दर्ज किए गए हैं. रिपोर्ट किए गए कुल 3,595 मामलों में से 693 सितंबर में दर्ज किए गए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में, शहर ने 1 जनवरी-दिसंबर 2 की अवधि में 4,681 मामले दर्ज किए.
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डेंगू क्या है (What is Dengue?)
डेंगू मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारी है. यह बुखार डेंगू वायरस के कारण होता है. यह बीमारी बरसात के मौसम में होती है. डेंगू के बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं.
डेंगू के लक्षण
- सिर दर्द
- मसल्स, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- जी मिचलाना
- उल्टी लगना
- आंखों के पीछे दर्द
- ग्रंथियों में सूजन
- त्वचा पर लाल चकत्ते होना
डेंगू बुखार कितने दिन में ठीक हो जाता है?
डेंगू के लक्षण आमतौर पर 2-7 दिनों तक रहते हैं. अधिकतर लोग 1 सप्ताह के अंदर ठीक हो जाते हैं. हालांकि, गंभीर स्थितियों में मरीज को ठीक होने में अधिक समय लग सकता है.
डेंगू में क्या खाएं
- पपीते के पत्तों का जूस
- नारियल पानी
- हल्दी
- खट्टे फल
डेंगू में क्या न खाएं
- चाय, कॉफी, सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे चीजों के सेवन से बचना चाहिए. इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जो डेंगू के बुखार में नुकसानदायक हो सकती हैं.
- डेंगू के समय चटपटे, मसालेदार भोजन से भी दूरी बनाना चाहिए.
- डेंगू में तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए.
डेंगू बुखार से कैसे बचें?
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें.
- कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदले.
- घर में कीटनाशक दवाई छिड़के.
- बच्चों को ऐसे कपड़े पहने जिससे उनके हाथ पांव पूरी तरह से ढके रहे.
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
- मच्छर भगाने वाली दवाइयों का प्रयोग करें.
- टंकियों और बर्तनों को ढक कर रखें.