Cough Syrup Side Effects: याद्दाश्त को कमजोर और फेफड़ों की कार्यक्षमता पर असर डाल सकता है कफ सिरप, जानें एक्सपर्ट की राय
WHO ने भले ही मेडन फार्मास्यूटिकल्स के सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया हो, लेकिन एक्सपर्ट की मानें तो कफ सिरप चाहे कोई भी हो, जरूरत से ज्यादा लिया जाए तो उसके कई तरह के साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने भारत के चार कफ और कोल्ड सिरप पर अलर्ट घोषित कर दिया है. ये कफ सिरप हरियाणा के मेडन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड कंपनी ने बनाए हैं. WHO ने इन सिरप को घातक केमिकल से दूषित और घटिया क्वालिटी का बताते हुए जानलेवा बताया है और अफ्रीकी देश गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत (Gambia Children Deaths Cases) के लिए भी इसी भारतीय कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है.
WHO ने भले ही मेडन फार्मास्यूटिकल्स के सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया हो, लेकिन नवनीत प्राकृतिक योग चिकित्सा धाम जयपुर के योग, प्राकृतिक चिकित्सा और आहार चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. रमाकांत शर्मा की मानें तो कफ सिरप चाहे कोई भी हो, अगर उसे जरूरत से ज्यादा लिया जाए तो उसके कई तरह के साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं, जिनके बारे में लोगों को पता नहीं होता. यहां जानिए इसके बारे में.
याद्दाश्त को करता है कमजोर
डॉ. रमाकांत शर्मा का कहना है कि ज्यादातर कफ सिरप में कोडीन होता है. अगर कफ सिरप ज्यादा लिया जाए तो इसमें मौजूद कोडीन शरीर में नशे की तरह काम करता है. ये व्यक्ति के दिमाग पर असर डालता है और उसकी याद्दाश्त को कमजोर करता है. इससे नींद ज्यादा आती है और व्यक्ति को एडिक्शन होता है. ज्यादा कफ सिरप लेने से तमाम लोग तो इसके ऐसे आदी हो जाते हैं कि उन्हें सोने से पहले इसे लिए बगैर नींद नहीं आती.
फेफड़ों की कार्यक्षमता पर भी असर
डॉ. रमाकांत शर्मा कहते हैं कि कुछ सिरप में तो अल्कोहल भी होता है. अगर इसे ज्यादा लिया जाए तो फेफड़ों की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है. इससे फेफड़े के पूरी तरह से फैलने और सिकुड़ने की क्षमता कम होती है. इससे शरीर में ऑक्सीजन कम होती है और कार्बन-डाई-ऑक्साइड बढ़ जाती है. इसके कारण व्यक्ति को सिर में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी, चिड़चिड़ाहट जैसी समस्याएं होती हैं.
पाचन तंत्र होता खराब
डॉ. रमाकांत शर्मा बताते हैं कि अगर जरूरत से ज्यादा कफ सिरप लिया जाए तो आपके शरीर में पित्त की अधिकता हो जाती है. जिससे शरीर में गर्मी बढ़ती है. आंखों, तलवों और हथेली में गर्मी निकलती है. सांस छोड़ने पर गर्म हवा निकलती है. इतना ही नहीं, इससे आपका पाचन तंत्र भी खराब हो जाता है.
क्या करना चाहिए
डॉ. रमाकांत शर्मा के मुताबिक कुछ लोग थोड़ी खांसी होने पर ही बगैर डॉक्टरी सलाह के कोई भी कफ सिरप ले लेते हैं. ये पूरी तरह से गलत है. बगैर डॉक्टरी सलाह के कोई भी दवा नहीं लेनी चाहिए. डॉक्टर आपकी स्थिति को देखकर जरूरत के हिसाब से दवा लेने की सलाह देते हैं. आप खुद ये निर्धारित नहीं कर सकते. अगर समस्या गंभीर नहीं है, तो आप घर पर कुछ प्राकृतिक उपाय भी आजमा सकते हैं. इनसे आपको काफी फायदा मिल सकता है.
ये घरेलू उपाय आ सकते हैं काम
- दिन में 3 से 4 बार गुनगुने पानी से गरारे करें. आप चाहें तो इस पानी में थोड़ा सेंधा नमक डाल सकते हैं.
- छाती और पीठ में गर्म पानी का सेंक करने से भी खांसी में काफी राहत मिलती है.
- लौंग या अजवाइन को पानी में डालकर या नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप लें. इससे भी खांसी में राहत मिलती है.
- मुलैठी, सौंठ, काली मिर्च और तुलसी के सूखे पत्तों को बारीक पीस लें. इसमें गुड़ या शहद को मिक्स करके मटर के दाने के बराबर गोलियां बना लें. दिन में दो बार दो-दो गोलियां चूसकर खाएं. इससे भी खांसी में आराम मिलता है.