हिंदू धर्म मान्‍यता है कि जब भी कोई चंद्र ग्रहण पड़ता है तो उस बीच चंद्रमा काफी कष्‍टकारी स्थिति में होता है. चंद्र ग्रहण से पहले ही इसका असर वातावरण में नजर आने लगता है और इसी कारण ग्रहण लगने से नौ घंटे पहले ही सूतक लग जाते हैं. सूतक काल से लेकर ग्रहण काल पूरा होने तक तमाम नियमों का पालन करना जरूरी होता है. इस दौरान पूजा पाठ की मनाही होती है, लेकिन मानसिक जाप को बेहद शुभ माना गया है.

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ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो ग्रहण काल के दौरान अगर पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ किसी मंत्र का जाप किया जाए तो उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है. ऐसे समय में मंत्र को आसानी से सिद्ध किया जा सकता है. साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगने जा रहा है. ऐसे में आप भी ग्रहण काल के दौरान कुछ विशेष मंत्रों का जाप करके अपने जीवन की तमाम समस्‍याओं को दूर कर सकते हैं. 

आर्थिक समस्‍याओं से मुक्ति के लिए

अगर आपके परिवार में आर्थिक परेशानियां हैं तो 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा' मंत्र का जाप करना काफी अच्‍छा है. काफी उपयोगी साबित होगा. इसके अलावा नौकरी में प्रमोशन और व्यवसाय में मुनाफे के लिए 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:' मंत्र का जाप करें. वाक सिद्धि के लिए 'ॐ ह्लीं दुं दुर्गाय: नम:' मंत्र का जाप करें.

बीमारी से छुटकारा पाने के लिए

अगर आप बहुत ज्‍यादा बीमार रहते हैं और रोग से मुक्ति चाहते हैं तो ग्रहण काल में रुद्राक्ष की माला लेकर महामृत्युंजय मंत्र का मानसिक जाप करें. ये जाप आपके बड़े-बड़े कष्‍टों को दूर कर सकता है. इस मंत्र जाप के बाद रुद्राक्ष की इस माला को रोजाना लेकर कम से कम एक माला तो जाप करें. इस जाप से आपके असाध्‍य रोग भी दूर हो सकते हैं.  

मनोकामना पूरी करने के लिए

अगर आपकी कोई ऐसी इच्‍छा है, जो लंबे समय से अधूरी पड़ी है, तो ग्रहण काल शुरू होने से लेकर ग्रहण काल समाप्‍त होने के समय तक 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र का जाप करें. आप चाहें तो किसी अन्‍य मंत्र का भी जाप कर सकते हैं. इसके बाद नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करें. इससे आपकी इच्‍छा शीघ्र ही पूरी हो जाएगी. 

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दुश्‍मनों से छुटकारे के लिए

अगर आपके दुश्‍मन बहुत ज्‍यादा हैं और आप उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो मां बगुलामुखी के मंत्र 'ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:' मंत्र का जाप करें. अगर आपका पहले से कोई मुकदमा चल रहा है और आपको लगता है कि आपको गलत फंसाया गया है तो इसमें जीत प्राप्‍त करने के लिए 'ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा' मंत्र का जाप करें. 

चंद्र ग्रहण का समय

ज्‍योतिषाचार्य की मानें तो भारतीय समय के अनुसार अगर दुनिया में चंद्र ग्रहण की शुरुआत 8 नवंबर को दोपहर में 02:39 मिनट पर होगी. लेकिन भारत में ग्रहण चंद्रोदय के समय से दिखाई देगा. भारत में चंद्र ग्रहण की शुरुआत शाम 05:29 को शुरू होगा और शाम को 18:19 बजे तक समाप्‍त हो जाएगा. पूर्वी भारत के कुछ हिस्‍सों में लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण के गवाह बनेंगे, वहीं देश के बाकी हिस्सों में लोगों को केवल ग्रहण का आंशिक चरण ही नजर आएगा. चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले चंद्र ग्रहण लग जाता है. ऐसे में भारत में सूतक काल की शुरुआत 8 नवंबर की सुबह 8 बजकर 29 मिनट से हो जाएगी.