Bhai Dooj 2022: भाई दूज के दिन भाई-बहन दोनों को करना चाहिए इन 8 नियमों का पालन, ताकि आपका बॉन्ड और बेहतर हो सके
भाई दूज का दिन दोनों के रिश्ते को मजबूत बनाता है और उनके बीच आपसी प्रेम बढ़ाता है. भाई दूज के दिन भाई-बहन दोनों को कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए ताकि उनके आपसी रिश्ते में किसी तरह की खटास न आए.
हर साल दिवाली के तीसरे दिन यानी कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. इस त्योहार के साथ पांच दिवसीय दिवाली समाप्त हो जाती है. ये पर्व आज 27 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. माना जाता है कि भाई दूज के दिन भाई का तिलक करने से उसके जीवन की मुसीबतें दूर होती हैं और उसे दीर्घायु प्राप्त होती है. ये दिन दोनों के रिश्ते को मजबूत बनाता है और उनके बीच आपसी प्रेम बढ़ाता है. भाई दूज के दिन भाई-बहन दोनों को कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए ताकि उनके आपसी रिश्ते में किसी तरह की खटास न आए. जानिए इनके बारे में.
इन नियमों का पालन करें
- भाई दूज के दिन की शुरुआत यमराज और यमुना जी ने की थी, इसलिए भाई और बहन दोनों को ही तिलक करने से पहले यमराज और यमुना जी की पूजा करनी चाहिए. इसके बाद भाई का तिलक करना चाहिए. पूजा के दौरान बहन को भाई की सभी मुसीबतें दूर करने और उसे लंबी आयु प्रदान करने की प्रार्थना करनी चाहिए.
- जब भी तिलक करें तो ध्यान रखें कि तिलक कराते हुए भाई का मुंह उत्तर या उत्तर-पश्चिम में से किसी एक दिशा में होना चाहिए और बहन का मुंह उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में होना चाहिए.
- भाई को तिलक करने से पहले तक बहन को व्रत रखना चाहिए. आपकी निष्ठा, प्रेम और समर्पण से भगवान भी प्रसन्न होते हैं और आपके व भाई के बीच का रिश्ता अच्छा बना रहता है. बहन को तिलक करने के बाद ही अपना व्रत खोलना चाहिए.
- तिलक करने के बाद भाई को मिष्ठान जरूर खिलाएं. बहन को भाई को अपने हाथों से मिष्ठान खिलाना चाहिए. ऐसा करना शुभ माना जाता है. साथ ही हर भाई अपनी बहन को आज के दिन सामर्थ्य के अनुसार कुछ न कुछ उपहार जरूर दें.
- भाई दूज के दिन भाई और बहन, दोनों को किसी तरह का विवाद नहीं करना चाहिए और न ही एक दूसरे को अपशब्द कहने चाहिए. अगर आपके और बहन के बीच किसी तरह का झगड़ा है, तो आज के दिन उसे सुलझाकर मनमुटाव दूर कर लें.
- भाई दूज के दिन भाई अपनी बहन के घर जाता है. इस दिन बहन को भाई का पूरे मन से सत्कार करना चाहिए. उसे भोजन आदि खिलाना चाहिए. अगर भाई किसी कारण घर न आ सके तो भाई के घर तिलक की सामग्री और सूखे नारियल को भिजवा दें.
- भाई जो भी उपहार दे, बहन को उसे प्रेमपूर्वक स्वीकार करना चाहिए. भाई के उपहार का निरादर न करें. भाई को भी पूरे मन से बहन को गिफ्ट देना चाहिए.
- तिलक के दौरान भाई या बहन, किसी को भी काले वस्त्र नहीं पहनने चाहिए. शास्त्रों में शुभ कार्यों के दौरान काले वस्त्र पहनने की मनाही है.
क्यों दिया जाता है नारियल
भाई दूज के दिन तिलक करने के बाद बहनें भाई को नारियल का गोला उपहार में देती हैं. माना जाता है कि जब यमराज पहली बार यमुना के घर इस दिन पहुंचे थे, तो बहन यमुना ने उनका खूब सत्कार किया था और चलते समय नारियल का गोला भेंट किया था. तभी से भाई दूज के दिन नारियल भेंट करने की प्रथा शुरू हो गई.
राहुकाल में न करें तिलक
उदया तिथि के हिसाब से कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि आज है. ये दोपहर 12:45 मिनट तक रहेगी. लेकिन इसका असर पूरे दिन रहेगा. इसलिए आप बिना किसी संकोच के आज पूरे दिन तिलक कर सकते हैं. सिर्फ राहुकाल में तिलक न करें. राहुकाल का समय आज दोपहर 01:30 से दोपहर 30 बजे तक होगा.