Ayushman Card: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) के तहत रोजाना 10 लाख आयुष्मान कार्ड वितरित करना सरकार का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि अबतक योजना के तहत 3.95 करोड़ मरीजों के इलाज पर करीब 45,294 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लागू करने के चार साल पूरे होने और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू होने के एक साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित 'आरोग्य मंथन-2022' का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने बताया कि अबतक 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 19 करोड़ आयुष्मान लाभार्थियों को कार्ड (Ayushman Card) आवंटित किया गया है. 

हर दिन बनेंगे 10 लाख आयुष्मान कार्ड

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मांडविया ने कहा, "पहले रोजाना एक से डेढ़ लाख आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनते थे, अब चार से पांच लाख कार्ड रोजाना बनते हैं. मेरा लक्ष्य रोजाना 10 लाख कार्ड बनाने का है." उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत प्रत्येक जिले में 100 करोड़ रुपये का निवेश देश के स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए किया जाएगा. 

 

मांडविया ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (AB DM) के तहत 24 करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (AB HA) नंबर बनाए गए हैं. उन्होंने कहा, "यह देश में स्वास्थ्य रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर दर्शाता है."

आयुष्मान कार्ड के लिए कैसे करें अप्लाई

आयुष्मान कार्ड बनवाना बहुत मुश्किल काम नहीं है, ये बहुत आसानी से किया जा सकता है. इसके लिए पहले आपको पात्रता की जांच करनी होगी. पात्रता की जांच करने के बाद आपको अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाना होगा. यहां पर आप संबंधित अधिकारी के जरिए आवेदन कर सकते हैं. 

ऑनलाइन ऐसे डाउनलोड कर सकते हैं कार्ड

  • सबसे पहले https://pmjay.gov.in/ पर जाएं. 
  • अब यहां लॉगिन करने के लिए अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड डालें. 
  • अब आधार नंबर डालकर आगे बढ़ें,अगले पेज पर अंगूठे का निशान वेरिफाई करना होगा. 
  • अब 'अप्रूव्ड बेनेफिशियरी' के ऑप्शन पर क्लिक करें
  • अब आपको अप्रूव्ड गोल्डन कार्ड की सूची दिखेगी. 
  • इस लिस्ट में अपना नाम ढूंढे और कंफर्म प्रिंट ऑप्शन पर क्लिक करें. 
  • अब आपको CSC वेलेट दिखेगा, इसमें अपना पासवर्ड डालें. 
  • अब यहां पिन डालें और होम पेज पर आएं.
  • कैंडिडेट के नाम से डाउनलोड कार्ड का विकल्प दिखेगा. 
  • यहां से आप अपना आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. 

खर्च होंगे 100 करोड़ रुपये

उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत देश में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए हर जिले में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान स्वास्थ्य सेवाओं को प्रौद्योगिकी के जरिये अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने पर है. मांडविया ने कहा कि पीएम-जेएवाई देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच के मामले में अमीर और गरीब के बीच की खाई को पाटने में सफल रहा है. 

मंत्री ने ट्वीट करके कहा, "(मैंने) सभा को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य सेवा को और अधिक किफायती और सुगम बनाने पर जोर दिया. साथ ही, एबी पीएम जन आरोग्य योजना और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजनाओं को राज्यों और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करके अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने पर जोर दिया." 

28 हजार से अधिक अस्पताल जुड़े

इस योजना के तहत अब तक 28,300 से अधिक अस्पताल को लिस्टेड किया गया है, जिनमें से 46 प्रतिशत निजी अस्पताल हैं. इस योजना के तहत कुल 3.8 करोड़ लोग अस्पताल में भर्ती हुए, जिनमें से 46 प्रतिशत सरकारी अस्पतालों में थे. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अस्पतालों में भर्ती होने वाले कुल मरीजों में से 27 फीसदी की उम्र 45 से 59 साल के बीच थी, जबकि 24 फीसदी की उम्र तीन से 44 साल थी. 

सभा को संबोधित करते हुए रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवा के बीच परस्पर तालमेल देश में सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा कर सकता है. उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में देश के हर गांव को हाई-स्पीड ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा, जिससे सभी तक कनेक्टिविटी और निरंतर स्वास्थ्य पहुंच सुनिश्चित होगी. वैष्णव ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि सरकार स्वास्थ्य लाभार्थियों के डेटा की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कानूनी ढांचा बना रही है.