Ganesh Lakshmi Pujan Muhurat 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल दिवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर दिन रविवार को शाम 05 बजकर 04 मिनट से प्रारंभ हो रही है और यह तिथि अगले दिन 25 अक्टूबर सोमवार को शाम 04 बजकर 35 मिनट तक मान्य है. दिवाली पर भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा अमावस्या तिथि में रात्रि के समय होती है. मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं.

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दिवाली पूजा का सही समय क्या है?

24 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. लक्ष्मी पूजन की कुल अवधि 01 घंटा 23 मिनट की है. दिवाली के दिन माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा करते हैं, इसलिए उनसे संबंधित पूजन सामग्री लेना आवश्यक है. इस दिन श्री यंत्र, कुबेर यंत्र का पूजन लाभदायक और उन्नति प्रदान करने वाला माना जाता है.मां लक्ष्मी दिवाली पर उन घरों में प्रवेश करती हैं जहां साफ-सफाई हो और प्रतिदिन पूजा-पाठ होता है.

पूजा अवधि : 1 घंटे 21 मिनट प्रदोष काल : 17:43:11 से 20:16:07 तक वृषभ काल : 18:54:52 से 20:50:43 तक दिवाली पर लक्ष्मी पूजा विधि लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे पहले घर में गंगाजल छींटे. घर के मेन गेट पर रंगोली और दीयों लगाएं. पूजा स्थल पर एक चौकी रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं. फिर चौकी पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्ति रखें. चौकी के पास जल से भरा एक कलश रखें. माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति के सामने दीपक जलाएं. फिर उन्हें तिलक लगाएं और मौली, चावल, फल, गुड़, हल्दी आदि अर्पित करें. इसके साथ ही देवी सरस्वती, मां काली, भगवान विष्णु और कुबेर देव की भी पूजा करें. इसके बाद तिजोरी  की भी पूजा करें. इसके बाद भगवान को मिठाई और फल का भोग लगाएं और लक्ष्मी जी की आरती करें. दिवाली के दिन जरूर करें ये काम मान्यता है दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार ऐसा करने से बरकत होती है. लक्ष्मी पूजन मंत्र  ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥ . ॐ श्रीं श्रीयै नम: . ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः॥