ISRO ने चंद्रयान-3 को लेकर दिया बड़ा अपडेट, बिल्कुल तय समय पर चंद्रयान-3 की होगी लैंडिंग, देखें वीडियो
ISRO ने चंद्रयान-3 को लेकर दिया बड़ा अपडेट दिया है. इसरो ने ताजा अपडेट में बताया कि मिशन तय समय पर है. सिस्टम की नियमित जांच चल रही है. मिशन ऑपरेशन कॉम्प्लेक्स (MOX) ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है.
Chandrayaan-3 Mission: ISRO ने चंद्रयान-3 को लेकर दिया बड़ा अपडेट दिया है. चंद्रयान-3 पर नेहरू तारामंडल के सीनियर इंजीनियर ओपी गुप्ता ने बताया कि अब तक किए गए प्रयास सफल हैं. अगर कोई कठिनाई आती है और परिस्थितियां नहीं बनती हैं तो इसरो ने इसे चार दिनों तक बनाए रखने के लिए पर्याप्त ईंधन रखा है. इसे तकनीकी रूप से मज़बूत बनाया गया है. विक्रम लैंडर में स्थापित उच्च रिज़ॉल्यूशन वाला कैमरा शुरू में 25 किमी की ऊंचाई से सुरक्षित लैंडिंग के लिए सतह की निगरानी करेगा. उम्मीद है कि उपयुक्त स्थान मिलने के बाद यह समय पर लैंड कर जाएगा.
इसरो ने ताजा अपडेट में बताया कि मिशन तय समय पर है. सिस्टम की नियमित जांच चल रही है. मिशन ऑपरेशन कॉम्प्लेक्स (MOX) ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है.
ISRO ने ट्वीट कर दी जानकारी
ISRO ने ट्वीट करके बताया है कि Chandrayaan-3 बिल्कुल तय समय पर लैंडिंग के लिए तैयार है. इसरो ने बताया कि आप इसकी लैंडिंग कई प्लेटफॉर्म पर लाइव देख सकते हैं. आप इसे इसरो की वेबसाइट, इसरो के यूट्यूब चैनल, इसरो के FACEBOOK पेज पर लाइव देख सकते हैं.चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का लाइव 23 अगस्त 2023 की शाम 17:27 बजे से दिखाया जाएगा. आप इसे यहां देख सकते हैं-
- ISRO की वेबसाइट: isro.gov.in पर
- YouTube पर: youtube.com/watch?v=DLA_64yz8Ss
- Facebook पर: Facebook https://facebook.com/ISRO
- डीडी नेशनल टीवी चैनल पर
इन देशों ने अब तक की है चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग अगर भारत का चंद्रयान-3 अगर चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करता है तो यह सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. अब तक अमेरिका, रूस और चीन ने ही चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की है.
चंद्रयान 3 मिशन पर रूसी महावाणिज्य दूत का बयान
चंद्रयान 3 मिशन पर दक्षिण भारत में रूसी महावाणिज्य दूत ओलेग निकोलाइविच अवदीव ने कहा कि भारत में हर कोई और मैं भी चंद्रमा की कक्षा में कल की घटना का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मुझे यकीन है कि यह भारतीय चंद्र कार्यक्रम सफल होगा और रोवर सुरक्षित रूप से उतरेगा और काम करना शुरू कर देगा...मुझे यकीन है कि यह भारत के लिए एक बहुत ही उपयोगी चंद्र कार्यक्रम होगा और यह निश्चित रूप से एक बड़ी सफलता होगी और चंद्रमा पर और अधिक खोज होगी.