इजरायल में चल रहे युद्ध में फंसे भारतीय अब जल्‍द ही अपने वतन लौट पाएंगे. भारत सरकार ने इसकी तैयारी कर ली है. इसके लिए 'ऑपरेशन अजय' लॉन्‍च‍ किया गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी है. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ' इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे भारतीय नागरिकों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए ऑपरेशन अजय लॉन्च किया जा रहा है. विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए भारत सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है.' 

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बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब युद्ध क्षेत्र में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार कोई  अभियान शुरू कर रही है. इससे पहले भी कई बार युद्ध क्षेत्र, महामारी और प्राकृतिक आपदाओं के बीच फंसे भारतीय नागरिकों को सरकार ने सुरक्षित निकाला है. जानते हैं ऐसे कुछ मिशन के बारे में जो काफी चर्चा में रहे हैं.

ऑपरेशन कावेरी

इसी साल 2023 के सूडान संघर्ष के दौरान सूडान से भारतीय नागरिकों और विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी के नाम से बचाव अभियान चलाया गया था. इस ऑपरेशन को भारतीय नौसेना और वायुसेना की मदद से चलाया जा गया था. इस अभियान के तहत हिंसा प्रभावित सूडान से करीब 3000 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया.

ऑपरेशन गंगा

यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए साल 2022 में भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया था. इसके तहत एयर इंडिया की मदद से एक हजार से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया था.

ऑपरेशन देवी शक्ति

साल 2021 में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन देवी शक्ति चलाया गया था. इसकी मदद से सैकड़ों भारतीयों को भारत लाया गया था.

 

ऑपरेशन वंदे भारत

कोरोना महामारी के दौरान तमाम देशों में वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. उस समय तमाम भारतीय जो दूसरे देशों में काम कर रहे थे, वो वहां फंस गए थे. उन भारतीयों को स्‍वदेश लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन वंदे भारत चलाया था.

ऑपरेशन समुद्र सेतु

ये एक नौसैनिक अभियान था जिसे कोरोना महामारी के दौरान ही चलाया गया था. तब 3,992 भारतीय नागरिकों को समुद्र के रास्ते देश वापस लाया गया. 55 दिनों तक चले इस अभियान को ऑपरेशन समुद्र सेतु

नाम दिया गया था.

ऑपरेशन मैत्री

अप्रैल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के बाद भारत सरकार और भारतीय सशस्त्र बलों ने नेपाल में एक बचाव और राहत अभियान चलाया था. इस अभियान को ऑपरेशन मैत्री नाम दिया गया था. इस अभियान के तहत 5,000 से अधिक भारतीयों को नेपाल से देश लाया गया था.

ऑपरेशन राहत

2015 में यमन में गृह युद्ध शुरू हो गया था. इस दौरान सऊदी अरब के नो-फ्लाई जोन घोषणा की वजह से हजारों भारतीय फंस गए थे. तब भारत सरकार की तरफ से ऑपरेशन राहत चलाया गया था. इस अभियान के जरिए यमन के 'वार जोन' से 4640 भारतीय निकाले गए थे.

ऑपरेशन सूर्य होप और ऑपरेशन राहत

साल 2013 में केदारनाथ त्रासदी के दौरान भारत सरकार ने ऑपरेशन सूर्य होप चलाया था. वहीं सेना से अलग वायुसेना ने भी अपना रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन लॉन्‍च किया और इसे ऑपरेशन राहत नाम दिया गया. इस अभियान में इंडियन नेवी भी शामिल थी.

ऑपरेशन सेफ होमकमिंग

साल 2011 में लीबिया में चल रहे गृहयुद्ध से बचकर भाग रहे भारतीयों को बचाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन सेफ होमकमिंग चलाया था. भारतीय नौसेना और एयर इंडिया की मदद से चलाए गए इस अभियान के तहत 15,400 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया था.

गिनीज बुक में शामिल है ये अभियान

1990 में इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन ने सैनिकों और टैंकों के साथ कुवैत पर आक्रमण कर दिया था. देश के कई महत्वपूर्ण अधिकारी सऊदी अरब भाग गए थे. उस समय भारत सरकार की तरफ से ऑपरेशन कुवैत चलाया गया था. इस ऑपरेशन के जरिए 170,000 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया.उस समय इस अभियान का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया.

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