International Day of Happiness 2024: क्या आप जानते हैं खुश रहने के मामले में हम भारतीय काफी पीछे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 146 देशों में भारत की रैंकिंग 126 है. खुशी (International Day of Happiness) हमारे जीवन के लिए बहुत जरुरी है. हमें अपने जीवन में हर दिन ऐसा काम जरूर करना चाहिए जिससे हमें खुशी मिले. खुश रहना हमारे मेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है. दुनिया को खुशी के महत्व को बताने के लिए हर साल 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 20212 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई थी. तो चलिए जानते हैं इस दिन का इतिहास और महत्व.

International Day of Happiness 2024: क्या है इस दिन का इतिहास?

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संयुक्त राष्ट्र ने 12 जुलाई 2012 को यह निर्णय लिया कि हर साल 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस(International Day of Happiness 2024) मनाया जाएगा. तभी से दुनिया भर में लोग इसे हर साल एक महत्वपूर्ण दिन के तौर पर मनाते हैं.

International Day of Happiness 2024: क्या है इस दिन का महत्व?

इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को इसके महत्व के बारे में बताना है कि आपके गुड हेल्थ के लिए खुश रहना काफी जरूरी है.

International Day of Happiness Theme: क्या है इस साल की थीम?

हर साल किसी खास दिन को मनाने के लिए एक थीम तय की जाती है.  इस साल की थीम 'रीक्नेक्टिंग फॉर हैप्पीनेस बिल्डिंग रेसिलिएंट कम्यूनिटीज' है. इस साल की थीम का मकसद एक ऐसी कम्यूनिटीज हो जो हर तरह के माहौल में खुश रह सकें.

International Day of Happiness 2024: कैसे तय होती है Happiest country की पहचान

कौन सा देश कितना खुश और कौन सा देश ज्यादा खुशियां कम खुश है ये कई चीजों पर निर्भर करता है. रैंकिंग खुशी को मापने के लिए छह प्रमुख कारकों का उपयोग करती है - सामाजिक समर्थन, आय, स्वास्थ्य, स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की अनुपस्थिति.  

Happiness Index Report 2024: भारत के लोग खुश रहने में काफी पीछे

Annual world happiness report 2024 के अनुसार भारत के लोग खुश रहने में काफी पीछे हैं. दुनिया के 146 देशों में खुश रहने के मामले में भारत की रैंकिंग 126 है. वहीं, भारत के मिजोरम राज्य के लोग सबसे ज्यादा खुश रहते हैं. वहीं, खुश रहने के मामले में अफगानिस्तान के लोग सबसे पीछे हैं.

भूटान के राजा ने दिया था इस दिन को मनाने का प्रस्ताव

इस दिन को मनाने के प्रस्ताव सबसे पहले भूटान के राजा ने रखा था. उस राजा जिग्मे खेसर वांगचुक ने लोगों को खुश रहने के महत्व को बताया और इस खास दिन को मनाने के लिए  12 जुलाई 2012 को UM में हैप्पीनेस डे मनाने के लिए एक रिजॉल्यूशन पास किया. इस रिजॉल्यूशन को भूटान के राजा जिग्मे खेसर वांगचुक ने रखा था. भूटान के लोग इस दिन को काफी अच्छे तरीके से मनाते हैं.  भूटान हैप्पीनेस इंडेक्स में हमेशा टॉप 10 देशों में रहता है.

International Day of Happiness Top Quotes

  • “हमारे जीवन का उद्देश्य खुश रहना है.” - दलाई लामा
  •  "यदि आप एक खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं, तो इसे लोगों या चीजों से नहीं, बल्कि एक लक्ष्य से बांधें." - अल्बर्ट आइंस्टीन
  •  "खुशी का कोई रास्ता नहीं है; खुशी ही रास्ता है." - बुद्ध
  •   खुशी एक यात्रा है, मंजिल नहीं." - बुद्ध
  •   "कोई भी दवा उस चीज को ठीक नहीं कर सकती जिसे ख़ुशी नहीं कर सकती." - गेब्रियल गार्सिया मार्केज़
  •   "खुश रहने का मतलब यह नहीं है कि सब कुछ सही है. इसका मतलब है कि अपनी खामियों से परे देखने का फैसला किया है." - गेरार्ड वे

World Happiness Report 2024: दुनिया के 20 सबसे खुशहाल देश

1 फिनलैंड- 7.804 2 डेनमार्क -7.586 3 आइसलैंड- 7.530 4 इजराइल- 7.473 5 नीदरलैंड- 7.403 6 स्वीडन -7.395 7 नॉर्वे -7.315 8 स्विट्जरलैंड- 7.240 9 लक्ज़मबर्ग -7.228 10 न्यूजीलैंड- 7.123 11 ऑस्ट्रिया- 7.097 12 ऑस्ट्रेलिया- 7.095 13 कनाडा- 6.961 14 आयरलैंड- 6.911 15 संयुक्त राज्य अमेरिका- 6.894 16 जर्मनी- 6.892 17 बेल्जियम- 6.859 18 चेकिया -6.845 19 यूनाइटेड किंगडम- 6.796 20 लिथुआनिया- 6.763