Republic Day at Antarctica: देशवासियों ने 75वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया. वहीं, भारतीय नेवी के हाइड्रोग्राफिक डिपार्टमेंट ने अंटार्टिक में गणतंत्र दिवस मनाया. अंटार्कटिका में आईएनएचडी टीम द्वारा भारतीय नौसेना की परिचालन पहुंच को प्रदर्शित करते हुए भारतीय ध्वज और भारतीय नौसेना ध्वज को फहराया गया. आपको बता दें कि भारतीय अभियान पहली बार नौ जनवरी 1982 को इस बर्फीले महाद्वीप पर उतरा था. इस टीम में कुल 21 सदस्य थे, जिसका नेतृत्व डॉक्टर एस जेड कासिम ने किया था.

Republic Day at Antarctica: भारती रिसर्च स्टेशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस, हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण टीम कर रही है सर्वे

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

INHD टीम ने अन्य अभियान सदस्यों के साथ भारती रिसर्च स्टेशन में गणतंत्र दिवस मनाया. ये हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण टीम लारसेमैन पहाड़ी पर हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण कर रही है. भारतीय नौसेना हाइड्रोग्राफिक विभाग की एक हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण टीम, जिसमें लेफ्टिनेंट कमांडर ऋषभ रावत (प्रभारी अधिकारी) और मंजीत पीओ (एचवाई), 17 जनवरी 2024 को भारतीय अंटार्कटिका स्टेशन भारती पहुंचे. ये अंटार्कटिका के लिए वैज्ञानिक अभियान (ISEA) का हिस्सा है.

Republic Day at Antarctica: 40 वैज्ञानिक एक्सपीडिशन कर लिए हैं पूरे, तीन स्थाई रिसर्च बेस 

1981 में शुरू हुए भारतीय अंटार्कटिक कार्यक्रम ने 40 वैज्ञानिक एक्सपीडिशन पूरे कर लिए हैं. वहीं, साल 2021 में 41वें साइंटिफिक एक्सपीडिशन की सफलतापूर्वक शुरुआत की थी. अंटार्कटिका में तीन स्थायी अनुसंधान बेस स्टेशन बनाए हैं जिनका नाम दक्षिण गंगोत्री (1983), मैत्री (1988) और भारती (2012) है. वर्तमान में मैत्री और भारती पूरी तरह से चालू हैं. भारत ने आधिकारिक रूप से अगस्त 1983 में अंटार्कटिक संधि प्रणाली को स्वीकार किया था. 

आपको बता दें कि गोवा में स्थित नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च (एनसीपीओआर), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान है जो पूरे भारतीय अंटार्कटिक कार्यक्रम का प्रबंधन करता है.