इन दिनों उत्‍तरी भारत में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है. ऐसे में मौसम विभाग ने तमाम जगहों पर हीट वेव का अलर्ट जारी किया है. IMD हर मौसम में स्थितियों के अनुसार रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट और येलो अलर्ट जारी करता है. इन दिनों यूपी के आगरा, मथुरा, अलीगढ़, महामाया नगर, फिरोजाबाद, जालौन, झांसी और ललितपुर में 21 मई से लेकर 25 मई तक हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं प्रयागराज, कानपुर, कन्नौज, मेरठ, हापुड़, नोएडा समेत 27 जिलों के लिए हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. 

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इसके अलावा दिल्‍ली, राजस्‍थान, हरियाणा और पंजाब के भी तमाम इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है. साथ ही लोगों को गर्मी और लू के प्रकोप से बचने की सलाह दी गई है. आइए आपको बताते हैं कि IMD के अनुसार क्‍या होता है रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट और येलो अलर्ट.

रेड अलर्ट (Red Alert)

मौसम विभाग के मुताबिक, किसी भी मौसम में रेड अलर्ट बहुत खराब और खतरनाक स्थिति को देखकर जारी किया जाता है. गर्मियों में जब तापमान के 47°C पार करने की उम्‍मीद होती है और लोगों में लू के प्रकोप से जान-माल के नुकसान का डर रहता है, तब मौसम विभाग लोगों को सचेत रहने की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी करता है.

ऑरेंज अलर्ट  (Orange Alert)

गर्मियों में ऑरेंज अलर्ट  तब जारी किया जाता है, जब तापमान 43 से 45 डिग्री के बीच दर्ज किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट लोगों को सचेत करने के लिए होता है कि वे अपनी सेहत को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न करें और बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें. 

येलो अलर्ट (Yellow Alert)

जब तापमान  40 से 42 डिग्री के बीच दर्ज किया जाता है, तब मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. ये आने वाले समय में और भी भीषण गर्मी पड़ने का खतरा है. ये जस्ट वॉच का सिग्नल है. ऐसे में लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है.

ग्रीन अलर्ट (Green Alert)

ग्रीन अलर्ट का मतलब तो आप सभी अच्‍छी तरह से समझते होंगे. इसका सीधा सा मतलब है कि मौसम एकदम क्‍लीयर है और घबराने की कोई बात नहीं है. आप खुद को सुरक्षित समझें, मौसम को लेकर बेफिक्र रहें और अपने रेगुलर काम करें.