जब भी आप कहीं टूरिस्‍ट प्‍लेस पर घूमने के लिए जाते हैं, तो किसी न किसी होटल में ठहरते होंगे. लेकिन कभी कोई ऐसा होटल आपने देखा या सुना है जो हर साल काफी मेहनत से तैयार किया जाता हो, टूरिस्‍ट उसमें अच्‍छी खासी रकम देकर रुकते हों और कुछ समय बाद वो होटल पानी की तरह बहकर नदी में बह जाता हो. सुनकर थोड़ी हैरानी हो रही होगी, लेकिन दुनिया में ऐसे तमाम अजूबे मौजूद हैं, जिन्‍हें देखकर लोग हैरान रह जाते हैं. कुछ इसी तरह का अजूबा है स्‍वीडन का आइस होटल. जी हां, ये होटल बर्फ से तैयार किया जाता है और ये एक तय समय पर पिघलकर नदी में मिल जाता है. जानिए इस होटल के बारे में.

टॉर्न नदी के तट पर बनाया जाता है होटल

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स्‍वीडन का ये होटल टॉर्न नदी के तट पर बनाया जाता है. हर साल सर्दियों में दुनियाभर से कलाकार आकर इस होटल को काफी मेहनत से तैयार करते हैं. इस होटल की खासियत है कि बेड, फर्नीचर, बार वगैरह सब कुछ बर्फ से ही तैयार किया जाता है. अप्रैल महीने के आसपास ये होटल पिघल जाता है और वापस नदी में मिल जाता है. इस होटल को देखने और इसमें ठहरने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं.

करीब 2500 टन बर्फ से तैयार होता है होटल

हर साल इस होटल को नए तरीके से तैयार किया जाता है. सर्दियों में जिस समय वहां बर्फ का मौसम होता है, तब ये होटल तैयार किया जाता है और दिसंबर में इसे सैलानियों के लिए खोल दिया जाता है. दिसंबर से लेकर अप्रैल तक ये होटल को बनाने के लिए करीब 2500 टन बर्फ को निकाला जाता है. पर्यटकों के ठहरने के लिए होटल में कई कमरे बनाए जाते हैं. साथ ही कॉम्प्लैक्स, रेस्त्रां, सेरेमनी हॉल, लिविंग ओशन सुईट वगैरह भी तैयार किए जाते हैं. कमरों का तापमान  -5 डिग्री सेल्सियस रखा जाता है.

किराया भी है अच्‍छा खासा

हालांकि इस होटल में रुकने के लिए भी अच्‍छी खासी कीमत देनी पड़ती है. इसका किराया करीब 17 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक है. इस होटल की खासियत ये भी है कि इसमें सिर्फ सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरणों का इस्‍तेमाल किया जाता है. सोलर पावर्ड कूलिंग टेक्नोलॉजी के जरिए साल 2016 से इस होटल के कुछ हिस्सों को स्थायी रूप दे दिया गया. हर साल इस होटल में जो भी लोग आते हैं, वो इसे बहुत अचंभे के साथ देखते हैं और इस होटल की तारीफ करते नहीं थकते.