होली (Holi) का त्‍योहार प्रेम का प्रतीक है और हिंदुओं के बड़े त्‍योहारों में से एक है. कई दिन पहले से होली की तैयारियां शुरू हो जाती है. बाजारों में त्‍योहारों के चलते रौनक बढ़ जाती है. फाल्‍गुन मास की पूर्णिमा तिथि (Phalguna Month Purnima Date) को होलिका दहन किया जाता है और इसके बाद अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है. इसके बाद लोग एक दूसरे से गले मिलकर इस त्‍योहार की बधाई देते हैं. इस बार फाल्‍गुन मास की पूर्णिमा 6 मार्च को शुरू होगी और 7 मार्च तक रहेगी. लेकिन होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा. होलिका दहन (Holika Dahan) के दौरान कुछ काम न करने की सलाह दी जाती है. यहां जानिए किन कामों को होलिका दहन के दौरान नहीं करना चाहिए.

ये 4 काम न करें

  • इस मामले में ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है होलिका दहन बुराई पर अच्‍छाई का प्रतीक है. ऐसे में ये एक शुभ कर्म है. शुभ काम को करते समय काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए. कई लोग रंग से बचने के लिए काले कपड़े पहन लेते हैं, लेकिन आप ऐसा न करें. काला रंग नकारात्‍मकता का प्रतीक माना जाता है. 
  • होलिका दहन के दौरान किसी को न उधार देना चाहिए और न ही उधार लेना चाहिए. मान्‍यता है कि ऐसा करने से परिवार में आर्थिक समस्‍याएं पैदा होने लगती हैं. 
  • किसी भी नव विवाहिता को होलिका की आग देखने से भी मना किया जाता है. होलिका दहन की अग्नि को एक जलते हुए शरीर का प्रतीक माना गया है. कहते हैं कि अगर नवविवाहिता होलिका दहन की अग्नि देखती है तो उसे वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
  • होलिका दहन के समय आप पूजन करते हैं, इसलिए उस समय पर तामसिक चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. शास्‍त्रों में पूजा पाठ के दौरान तामसिक चीजों को खाने की मनाही बताई गई है.

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होलिका दहन शुभ मुहूर्त

ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो पूर्णिमा तिथि 6 मार्च को शाम 6 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो जाएगी और 7 मार्च 2023 मंगलवार 06:09 मिनट तक रहेगी. लेकिन होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा. होलिका दहन के लिए शुभ समय 7 मार्च 2023 को शाम 6:24 मिनट से रात 8:51 मिनट  (Holika Dahan Shubh Muhurat) तक है. इसके बाद 8 मार्च को रंगों की होली (Holi of Colours) खेली जाएगी. स्मृतिसार नामक शास्त्र के मुताबिक जिस वर्ष फाल्गुन की पूर्णिमा तिथि दो दिन के प्रदोष को स्पर्श करे, तब दूसरी पूर्णिमा यानी अगले दिन में होली जलाना चाहिए. इस बार भी पूर्णिमा तिथि 6 मार्च और 7 मार्च दोनों दिन प्रदोष काल को स्‍पर्श कर रही है, ऐसे में 7 मार्च को होलिका दहन करना शुभ होगा.

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